home page

मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल :अमीर-गरीब बच्चों को एक समान मिले शिक्षा

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सार्वजनिक स्कूलों में एक समान शिक्षा के पक्ष में अपने समर्थन को प्रकट किया है। उन्होंने कहा कि देश के अंदर अमीर और गरीब सभी बच्चों को एक समान शिक्षा मिलनी चाहिए।
 | 
GR

नई दिल्ली : दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सार्वजनिक स्कूलों में एक समान शिक्षा के पक्ष में अपने समर्थन को प्रकट किया है। उन्होंने कहा कि देश के अंदर अमीर और गरीब सभी बच्चों को एक समान शिक्षा मिलनी चाहिए।

श्री केजरीवाल ने यह विचार रखते हुए आयोजित एक्सीलेंस इन एजुकेशन अवार्ड 2023 समारोह में उत्कृष्टता की गई 218 छात्रों और स्कूलों को पुरस्कृत करते हुए कहा। उन्होंने बताया कि यह समर्थन उन छात्रों के प्रति है जो 10वीं और 12वीं कक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर रहे हैं।

दिल्ली में हमने सभी बच्चों को अच्छी शिक्षा देकर यह दिखा दिया है। देश के अंदर अमीर और गरीब सभी बच्चों को एक समान शिक्षा मिलनी चाहिए। हमारी सरकार ने दिल्ली के अंदर सभी बच्चों को एक जैसी शिक्षा उपलब्ध कराने की उपलब्धि हासिल कर लिया है। उन्होंने कहा, हमारे स्कूलों और शिक्षा प्रणाली का फर्ज है कि हर बच्चा पूरी तरह से अपनी क्षमता को हासिल कर पाए, उसके लिए वैसा अवसर प्रदान करें। दिल्ली के सभी सरकारी स्कूलों में तरह-तरह की सुविधाएं देने की कोशिश कर रहे हैं, ताकि हर बच्चा अपने हुनर को निखार पाए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली के अंदर आई शिक्षा क्रांति का श्रेय सरकारी स्कूलों के शिक्षकों को जाता है। दिल्ली सरकार के स्कूलों में 60-70 हजार शिक्षक काम करते हैं। राज्य सरकार ने सरकारी स्कूलों में अच्छा माहौल दिया। आज दिल्ली के सरकारी स्कूलों के अंदर सर्वश्रेष्ठ सुविधाएं हैं। शिक्षकों को सम्मान मिलता है। शिक्षकों को प्रशिक्षण के लिए आईआईएम और विदेशों में भेजा जाता है।

उन्होंने कहा, हमारा मानना है कि अमीर और गरीब के बच्चों एक जैसी शिक्षा मिलनी चाहिए, आज हमने यह उपलब्धि हासिल कर ली है। दिल्ली के सरकारी स्कूलों में अमीर-गरीब दोनों के बच्चे पढ़ने जाते हैं। इस अवसर पर शिक्षा मंत्री आतिशी ने कहा, हम अपने स्कूलों में जो देख रहे हैं, वह सिर्फ आज की तस्वीर नहीं है, बल्कि आने वाले सालों में हमारे देश की क्या तस्वीर होने वाली है, वह दिखाती है। आज हमारे स्कूलों में पढ़ाई का जो माहौल है. बच्चों में जिस एक्सीलेंस को देख रहे है. शिक्षकों के टीचिंग-लर्निंग के तरीकों में जो बदलाव देख रहे हैं, इन सब पर बहुत गर्व होता है।