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बिरला : अमृत योजना के दूसरे चरण में 250 करोड़ से हर कॉलोनी तक पानी पहुंचाने का कार्य

लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने गुरुवार को कहा कि अमृत योजना के दूसरे चरण के तहत 250 करोड़ रुपए का बजट निर्धारित किया गया है
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जयपुर: लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने गुरुवार को कहा कि अमृत योजना के दूसरे चरण के तहत 250 करोड़ रुपए का बजट निर्धारित किया गया है, जिसका उपयोग पेयजल को कोटा के सम्पूर्ण नगरीय क्षेत्र में पहुंचाने के लिए किया जाएगा। इस कार्यक्रम के तहत, पाइपलाइन से पेयजल को हर कॉलोनी और स्थानीय क्षेत्रों तक पहुंचाने का प्रयास किया जाएगा।

बिरला ने कहा, "हमारी प्राथमिकता आधारभूत विकास करना है। सौंदर्यीकरण से पहले हमारा फोकस ढांचागत सुविधाएं विकसित करने पर होगा।" इसके साथ ही, उन्होंने बताया कि पानी की सुरक्षा और पुनर्चक्रण में भी विशेष ध्यान दिया जाएगा।

इस महत्वपूर्ण घटना के मौके पर, बिरला ने राजीव गांधी नगर-इंद्र विहार में पेयजल वितरण प्रणाली के सुदृढ़ीकरण कार्य का शिलान्यास किया। इस परियोजना से नगर-इंद्र विहार के लोगों को बेहतर पेयजल सुविधा प्राप्त होगी और उन्हें स्वच्छता और ह्याइजीन के मामले में भी सुरक्षित रहने का अवसर मिलेगा।

ओपेरा अस्पताल रोड पर जलदाय विभाग चौकी परिसर में आयोजित कार्यक्रम में बिरला ने कहा कि चम्बल सदनीरा है, यहां पानी की कमी नहीं है इसके बावजूद हम शहर की बड़ी आबादी को शुद्ध पेयजल नहीं पहुंचा पा रहे, यह चिंताजनक है। 

सौंदर्यीकरण से पहले हम ढांचागत विकास करेंगे

बिरला ने कहा कि शहर में विकास की योजना बनाते समय प्राथमिकता, पेयजल, सड़कें, ड्रेनेज सिस्टम, रोड लाइट, चिकित्या व्यवस्था आदि होनी चाहिए। सौंदर्यीकरण का कार्य इन सबके बाद आता है। हमारा विजन है कि शहर के प्रत्येक नागरिक को बेहतर जीवन उपलब्ध करवाने के दृष्टिकोण से काम हो, अगले पांच साल में इंफ्रास्ट्रक्चर को सुदृढ़ बनाने पर काम किया जाएगा। 

लीकेज रोका जाएगा

नगरीय विकास एवं स्वायत्त शासन मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने कहा कि कोटा में पानी की कमी नहीं है। खामी व्यवस्थाओं में है, जिसे दूर किया जाएगा। पानी का लीकेज बड़ी मात्रा में हो रहा है, इसे रोका जाएगा। उन्होंने आमजन से जल संरक्षण कार्यों को भी हाथ में लेने का आह्वान किया। विशिष्ट अतिथि कोटा दक्षिण विधायक संदीप शर्मा ने कहा कि कोटा में लगभग 50 प्रतिशत पानी की बर्बादी है। यह अत्यंत चिंताजनक है। हम इंफ्रास्ट्रक्चर सुधारेंगे तो शहर के प्रत्येक नागरिक की जल की आवश्यकता पूरी हो सकेगी।