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कर्नाटक में 'हमारे बारह' फिल्म पर रोक, बीकेटीसी ने जताई आपत्ति

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कर्नाटक में 'हमारे बारह' फिल्म पर रोक, बीकेटीसी ने जताई आपत्ति
कर्नाटक में 'हमारे बारह' फिल्म पर रोक, बीकेटीसी ने जताई आपत्ति


- बीकेटीसी अध्यक्ष ने इसे कांग्रेस सरकार के निर्णय को दुर्भाग्यपूर्ण और मुस्लिम तुष्टीकरण की नीति बताया

- बोले, सामाजिक समस्या पर गंभीर संदेश देने और महिला सशक्तिकरण की भावना को मजबूती देने वाली है फिल्म

- कुछ लोग बिना फिल्म देखे दुर्भावनावश कर रहे इसका विरोध, फिल्म की पूरी टीम को दी जा रही धमकियां

देहरादून, 08 जून (हि.स.)। हिंदुओं के विश्व प्रसिद्ध धामों को संचालित करने वाली बद्रीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने शनिवार को जनसंख्या विस्फोट पर केंद्रित हिंदी फिल्म ‘हमारे बारह’ पर कर्नाटक की कांग्रेस सरकार की ओर से प्रतिबंध लगाए जाने पर कड़ी आपत्ति जताई है। उन्होंने इसे कांग्रेस सरकार की मुस्लिम तुष्टीकरण की नीति बताया है।

बद्रीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र ने कर्नाटक सरकार की ओर से फिल्म को अपने राज्य में प्रतिबंधित किए जाने के निर्णय को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। अजेंद्र इस फिल्म के क्रिएटिव डायरेक्टर हैं। उन्होंने कहा कि ‘हमारे बारह’ में किसी धर्म को निशाना नहीं बनाया गया है। यह फिल्म विकराल होती एक सामाजिक समस्या पर गंभीर संदेश देने और महिला सशक्तिकरण की भावना को मजबूती देने के उद्देश्य से बनाई गई है।

उन्होंने कहा कि कुछ लोग बिना फिल्म देखे दुर्भावनावश इसका विरोध कर रहे हैं। फिल्म की पूरी टीम और कलाकारों को विभिन्न तरीके से धमकियां दी जा रही हैं। फिल्म से जुड़े लोगों का सर तन से जुदा करने जैसी धमकियां सरेआम दी जा रही है। उन्होंने अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के नाम पर हो-हल्ला मचाने वाले लोगों की इस प्रकरण पर चुप्पी पर भी आश्चर्य जताया।

गौरतलब है कि प्रसिद्ध अभिनेता अन्नू कपूर, पद्मश्री मनोज जोशी, पार्थ समथान, अश्विनी कालसेकर अभिनीत हिंदी फिल्म ‘हमारे बारह’ में एक मुस्लिम परिवार को केंद्र में रखकर जनसंख्या वृद्धि पर फोकस किया है और महिलाओं को केवल बच्चा पैदा करने की मशीन समझने वाली मानसिकता पर प्रहार किया है। फिल्म का ट्रैलर व टीजर सोशल मीडिया पर जारी होने के बाद यह चर्चाओं में है। फिल्म को लेकर मुस्लिम समुदाय द्वारा आपत्ति जताई जा रही है। फिल्म के प्रोड्यूसर, डायरेक्टर, कलाकारों को खुलेआम सर तन से जुदा करने जैसी अनगिनत धमकियां सोशल मीडिया व अन्य माध्यमों से मिल रही हैं।

इस बीच किसी व्यक्ति ने मुंबई हाईकोर्ट में फिल्म पर प्रतिबंध लगाने की मांग को लेकर जनहित याचिका दायर की थी। शुक्रवार को बॉम्बे हाई कोर्ट ने सुनवाई के बाद फिल्म को रिलीज करने की अनुमति दे दी, मगर कर्नाटक में कुछ मुस्लिम संगठनों की आपत्ति के बाद वहां की सरकार ने फिलहाल दो सप्ताह के लिए फिल्म के प्रदर्शन पर रोक लगा दी है। पहले इस फिल्म को सात जून को सिनेमाघरों में रिलीज होना था, मगर कानूनी झमेलों के चलते अब शीघ्र ही नई तिथि घोषित की जाएगी। फिल्म के प्रोड्यूसर बीरेंद्र भगत, रवि गुप्ता, संजय नागपाल, शिव बालक सिंह हैं।

हिन्दुस्थान समाचार/कमलेश्वर शरण/प्रभात