काशी-तमिल संगमम के अतिथियों ने अयोध्या में श्रीरामलला के किए दर्शन
अयोध्या, 5 दिसंबर (हि.स.)। वाराणसी में चल रहे काशी-तमिल संगमम में शामिल होने पहुंचे तमिल अतिथियों ने आज अयोध्या में श्रीरामलला के
दर्शन किये। इसके बाद इन लोगों ने हनुमानगढ़ी पहुंचे, जहां बजरंगबली के दर्शन कर आशीर्वाद लिया। इस अवसर पर ‘जय श्रीराम’ के जयघोष और तमिल भक्तों के विभाेर कर देने वाले आस्था के भाव ने पूरे वातावरण को राममय कर दिया।
शुक्रवार को 250 विशिष्ट अतिथियों का दल लग्जरी बसों के काफिले के साथ अयोध्या पहुंचा। राम की नगरी अयोध्या में उनका पारंपरिक और भव्य तरीके से स्वागत-सत्कार किया गया। अतिथियों ने सबसे पहले नवनिर्मित राम मंदिर में श्रीरामलला के दर्शन-पूजन किए। दर्शन के दौरान तमिल अतिथियों की आंखों में उमड़ती भक्ति और विभोर कर देने वाली आस्था से पूरा माहौल भक्तिपूर्ण बना गया। इसके उपरांत सभी अतिथि हनुमानगढ़ी पहुंचे, जहां बजरंगबली के दर्शन कर आशीर्वाद लिया। सबसे अंत में तमिल अतिथियों को राम की पैड़ी ले जाया गया। राम की पैड़ी पर ढोल-नगाड़ों की गूंज, शंखनाद और पुष्प-वर्षा के बीच उनका अभिनंदन किया गया। वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों ने सभी अतिथियों का पारंपरिक रीति से स्वागत किया। तमिल अतिथों ने सरयू नदी के दृश्य और वहां के आरती स्थल का अवलोकन किया। इस अवसर पर तमिल भक्तों के ‘जय श्रीराम’ के जयघोष ने पूरे वातावरण को राममय कर दिया।
इस संबंध में जिलाधिकारी निखिल टीकाराम ने बताया कि अयोध्या की यह यात्रा तमिल अतिथियों के मन में रामनगरी के प्रति अपार श्रद्धा, प्रेम और अविस्मरणीय स्मृतियां छोड़ गई। शहर में सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए गए थे, जिससे पूरा कार्यक्रम शांतिपूर्ण और गरिमामय ढंग से संपन्न हुआ।
भोजन, संवाद और संस्कृति का संगम
दर्शन के उपरांत तमिल अतिथियों के लिए अयोध्या धाम बस अड्डे के पास नवनिर्मित ऑडिटोरियम में विशिष्ट भोजन की व्यवस्था की गई थी। जिसमें पारंपरिक व्यंजनों के साथ अवधी व उत्तर भारतीय स्वाद का भोजन परोसा गया। इस दौरा सांस्कृतिक आदान-प्रदान का सुंदर दृश्य देखने को मिला।पूरा आयोजन भारतीय संस्कृति की एकता, विविधता का संगम देखने को मिला। अतिथियों ने राम की पैड़ी और अयोध्या में राज्य सरकार के कराए गए विकास कार्यों की सराहना की।
हिन्दुस्थान समाचार / पवन पाण्डेय

