भारतीय पर्वतारोही अनीता कुंडू आज से अन्नपूर्णा चोटी की चुनौतीपूर्ण यात्रा पर

नई दिल्ली, 27 मार्च (हि.स.)। भारत की शीर्ष पर्वतारोही और मोटिवेशनल स्पीकर अनीता कुंडू आज से नेपाल के अन्नपूर्णा शिखर के लिए चढ़ाई शुरू करेंगी। इस चुनौतीपूर्ण अभियान की सफलता में लगभग एक माह का समय लगने की उम्मीद है। इस चोटी पर तिरंगा फहराना उनका सपना है। हिमालय के इस शिखर पर पहुंचने के लिए वह 8,091 खड़ी ऊंचाई तय करेंगी।
अनीता कुंडू के जनसंपर्क अधिकारी रमेश कुमार ने ' हिन्दुस्थान समाचार' से कहा कि हिमालय की इस पर्वतमाला में सबसे ऊंची चोटी अन्नपूर्णा है I इस पर पहली बार तीन जून, 1950 को मौरिस हर्जोगऔर लुइस लाचेनल ने चढ़ाई की थी। अन्नपूर्णा को अभी भी पर्वतारोहियों के लिए दुनिया के सबसे खतरनाक पहाड़ों में से एक माना जाता है। उन्होंने बताया कि अनीता आज दोपहर से कुछ समय पहले या उसके बाद अपने अभियान पर रवाना होंगी। उनके दल में लगभग 15 पर्वतारोही भी शामिल हैं। यह अभियान सिर्फ पर्वतारोहण मिशन नहीं, यह सामाजिक जागरुकता पहल भी है। इस वर्ष अनीता के अभियान की थीम नशा मुक्त हरियाणा है। उनका संदेश है, स्वस्थ शरीर और मजबूत मन से ही ऊंचाइयों को छुआ जा सकता है। नशा केवल व्यक्ति को ही नहीं, बल्कि पूरे समाज को कमजोर करता है। उन्होंने इस अभियान को शुरू करने से पहले युवाओं से अपनी ऊर्जा को सही दिशा में लगाने का आह्वान किया है।
जनसंपर्क अधिकारी कुमार के अनुसार, अनीता कुंडू अब तक तीन बार माउंट एवरेस्ट (8,848 मीटर) फतह कर चुकी हैं। 2013 में नेपाल मार्ग से एवरेस्ट फतह करने वाली वह हरियाणा की पहली महिला हैं। 2017 में तिब्बत (चीन) मार्ग से चढ़ाई करके नेपाल और तिब्बत दोनों तरफ से एवरेस्ट फतह करने वाली भारत की पहली महिला हैं। 2019 में विश्व के पर्वतारोहियों का नेतृत्व करते हुए माउंट एवरेस्ट पर तिरंगा फहरा चुकी हैं। सात महाद्वीपों की सबसे ऊंची चोटियों को सफलतापूर्वक पूरा करने वाली अग्रणी पर्वतारोही हैं।
वह अब तक माउंट एवरेस्ट (8,848 मीटर) एशिया, माउंट एकोनकागुआ (6,961 मीटर) दक्षिण अमेरिका, माउंट किलिमंजारो (5,895 मीटर) अफ्रीका, माउंट एल्ब्रस (5,642 मीटर) यूरोप, माउंट विंसन (4,892 मीटर) अंटार्कटिका, माउंट कोजीयसको (2,228 मीटर) ऑस्ट्रेलिया, माउंट मकालू (8,485 मीटर), माउंट मनास्लु (8163 मीटर ) की सफलतापूर्वक चढ़ाई कर चुकी हैं। उन्हें भारत सरकार 2020 में तेनजिंग नोर्गे राष्ट्रीय साहसिक पुरस्कार से अलंकृत कर चुकी है। यह पुरस्कार आमतौर पर सेना, नौसेना या वायुसेना के पूरे दल को दिया जाता है, लेकिन अनीता कुंडू को व्यक्तिगत रूप से यह सम्मान प्राप्त हुआ। वह हरियाणा सरकार के बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान की ब्रांड एंबेसडर भी हैं।
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हिन्दुस्थान समाचार / मुकुंद