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छत्तीसगढ़: मुठभेड़ में मारे गये छह नक्सली 30 लाख के इनामी : बस्तर आईजी सुन्दरराज

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छत्तीसगढ़: मुठभेड़ में मारे गये छह नक्सली 30 लाख के इनामी : बस्तर आईजी सुन्दरराज
छत्तीसगढ़: मुठभेड़ में मारे गये छह नक्सली 30 लाख के इनामी : बस्तर आईजी सुन्दरराज


जगदलपुर, 8 जून (हि.स.)। छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले के दंतेवाड़ा, नारायणपुर और बस्तर जिले की सीमा में शुक्रवार दोपहर गोबेल के जंगल में नक्सलियों से हुई मुठभेड़ के संबंध में त्रिवेणी परिसर में शनिवार को पत्रकारवार्ता आयोजित की गई। पत्रकारवार्ता में पुलिस महानिरीक्षक बस्तर रेंज सुन्दरराज पी, उप पुलिस महानिरीक्षक दंतेवाड़ा कमलोचन कश्यप, पुलिस अधीक्षक बस्तर शलभ सिन्हा, पुलिस अधीक्षक नारायणपुर प्रभात कुमार, पुलिस अधीक्षक दंतेवाड़ा गौरव राय, आईटीबीपी एवं सीआरपीएफ के वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित रहे। मारे गये नक्सलियों की शिनख्तगी की जानकारी बस्तर आईजी सुन्दरराज पी. ने दी। उन्होंने बताया कि मारे गये सभी 06 नक्सली बड़े कैडर के 30 लाख के इनामी नक्सली हैं।

उन्होंने बताया कि मारे गये नक्सलियों में मसिया उर्फ मेसिया मंडावी निवासी मरकागुड़ेम, थाना किस्टाराम, जिला सुकमा, धारित पद पीएलजीए कंपनी नं. 06 / स्नाईपर टीम कमाण्डर एवं प्लाटून नं. 02 सेक्शन ‘ए’ कमांडर(पीपीसीएम) इनामी 08 लाख, रमेश कोर्राम उर्फ बोंजा निवासी तोयर थाना मारडूम हाल मंदोड़ा करलाभाट थाना छोटेडोंगर, जिला नारायणपुर धारित पद पीएलजीए कंपनी नं. 06 डिप्टी कमाण्डर, पूर्व बस्तर डिवीजन इनामी 08 लाख, सन्नी उर्फ सुंदरी निवासी वट्टेकाल दक्षिण बस्तर, धारित पद पीएलजीए कंपनी नं. 06 (पार्टी सदस्य) , पूर्व बस्तर डिवीजन इनामी 08 लाख, सजन्ती पोयाम निवासी वट्टेकाल दक्षिण बस्तर, धारित पद पीएलजीए कंपनी नं. 06 सदस्य, पूर्व बस्तर डिवीजन इनामी 08 लाख, जयलाल सलाम उर्फ सैता निवासी छोटे फरसगांव, थाना फरसगांव, जिला नारायणपुर, धारित पद एसीएम बयानार एरिया कमेटी इनामी 05 लाख, जननी उर्फ जन्नी पिता सोमनाथ उर्फ जयसिंह निवासी आदेरबेड़ा, थाना ओरछा, जिला नारायणपुर, धारित पद आदेरबेड़ा आरपीसी सीएनएम कमांडर इनामी एक लाख शामिल है।

उन्होंने बताया कि कुल 06 वर्दीधारी नक्सलियों का शव तथा शव के पास से दो 303 रायफल, (01 मैग्जीन 04 राउण्ड चार्जर सहित 10 कुल 14 ) एक 315 बोर रायफल, एक बीजीएल लांचर, तीन 12 बोर रायफल तथा 10 बीजीएल सेल, 12 बोर का पोच दो तथा एसएलआर मैग्जीन एक, एसएलआर राउण्ड दो, जिंदा कुकर बम लगभग डेढ किलो वजनी 100 मीटर वायर सहित, पांच पिट्ठू बैग, मल्टीमीटर एक, प्लास्टिक विस्फोटक एवं भारी मात्रा में विस्फोटक पदार्थ, दवाइयां सहित अन्य नक्सली दैनिक उपयोगी सामान बरामद हुआ। घटना स्थल में और भी खून के धब्बे दिखाई दिया जिससे प्रतीत होता है कि इस मुठभेड़ में बडी संख्या में अन्य नक्सलियों के घायल अथवा मारे जाने की संभावना है।

उन्होंने बताया कि इस अभियान में नारायणपुर डीआरजी की 09 टीम दंतेवाडा की 08 डीआरजी टीम, जिला बस्तर डीआरजी की 04 टीम,जिला कोडांगाव से डीआरजी की 02 टीम तथा आईटीबीपी 45वीं वाहिनी, सीआरपीएफ 195 वाहिनी का संयुक्त बल नक्सल विरोधी अभियान हेतु ग्राम मुंगाड़ी, गोबेल, आदेरबेडा, इरपानार ,वट्टेकाल क्षेत्र में रवाना हुई थी। जवानों की अलग-अलग टीमों के साथ दिन भर मुठभेड़ हुआ, स्वयं को घिरता देखकर नक्सली जान बचाकर घने जंगलों व पहाडियों की आड़ लेकर भाग गये। उक्त मुठभेड़ के दौरान जिला-नारायणपुर के 03 जवान एएसआई कचरू राम कोर्राम उम्र 45 वर्ष, आरक्षक मंगलू राम कुमेटी उम्र 47 वर्ष, आरक्षक भारत सिंह धरल उम्र 23 वर्ष घायल हुए हैं, जिन्हें उचित उपचार के लिए रायपुर एयरलिफ्ट कराकर इलाज कराया जा रहा है, अभी घायल जवानों की स्थिति सामान्य और खतरे से बाहर है।

उप पुलिस महानिरीक्षक दंतेवाड़ा कमलोचन कश्यप एवं पुलिस अधीक्षक नारायणपुर प्रभात कुमार ने बताया कि इस ऑपरेशन के उपरांत नक्सलियों के कंपनी नम्बर 6 के गढ़ रहे पूर्व बस्तर डिवीज़न के नक्सलियों में भय का माहौल है। साथ ही नारायणपुर कोंडागांव दंतेवाड़ा और जगदलपुर के सीमान्त क्षेत्रों में रहने नक्सली नेतृत्व इस ऑपरेशन उपरांत ग्रामीणों एवं अपने निचले कैडर को दोषारोपण कर रहे हैं। पूर्वी बस्तर डिवीज़न में नक्सलियों के अटैकिंग फ़ोर्स के स्तम्भ रहे कंपनी नम्बर 06 , बयानार एरिया कमिटी,अमदई एरिया कमिटी के ऊपर यह अब तक सबसे कड़ा प्रहार है।

पुलिस अधीक्षक बस्तर शलभ सिन्हा एवं पुलिस अधीक्षक दंतेवाड़ा गौरव राय ने बताया गया कि दुर्गम जंगल एवं विकट भौगोलिक परिस्थितियों में रहने वाले मूल निवासियों को नक्सलवादी विचारधारा से बचाना और उन्हें चरमपंथी सिद्धांतों के आकर्षण से निकलना ही हमारा मुख्य उद्देश्य है, ताकि क्षेत्र में विकास एवं शांति कायम हो सके। हम उन सभी मूलवासियों से जो बाहरी विचारधारा और बाहर के नक्सली नेताओं के गलत प्रभाव में फंस गये हैं, अपील करते हैं कि वे नक्सलवाद को त्याग कर मुख्य धारा से जुड़े व हथियार और नक्सलवादी विचारधारा का त्याग व विरोध करें।

पुलिस महानिरीक्षक बस्तर रेंज सुन्दरराज पी ने बताया कि बस्तर संभाग में वर्ष-2024 में अभी तक कुल-71 मुठभेड़ हुये तथा 123 माओवादियों के शव एवं 136 हथियार बरामद की गई, इसी प्रकार वर्ष 2024 में अब तक कुल-399 माओवादियों द्वारा शासन के समक्ष समाज की मुख्यधारा मे जुड़ने के लिये आत्मसमर्पण किया गया है।

हिन्दुस्थान समाचार/ राकेश पांडे