महाराष्ट्र में स्थापित हो देश का सबसे बड़ा शिपयार्ड- मुख्यमंत्री फडणवीस
मुंबई 11 दिसंबर (हि.स.)।: महाराष्ट्र को मिले 720 किलोमीटर लंबे समुद्रतट, निर्माणाधीन वधावन बंदरगाह और समुद्री क्षेत्र में उपलब्ध अपार संभावनाओं को देखते हुए वर्ष 2026 तक देश का सबसे बड़ा शिपयार्ड महाराष्ट्र में स्थापित किया जाए। यह निर्देश मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने गुरुवार को संबंधित अधिकारियों को दिया।
नागपुर विधान भवन के मंत्री परिषद सभागार में आयोजित बैठक में मुख्यमंत्री फडणवीस ने बंदरगाह विकास विभाग की विस्तृत समीक्षा की। इस अवसर पर मत्स्य व्यवसाय व बंदरगाह विकास मंत्री नितेश राणे सहित संबंधित विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा कि देश का सबसे बड़ा शिपयार्ड विकसित करने के लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार की जाए और इसके लिए भूमि चयन की प्रक्रिया तुरंत शुरू की जाए। जयगढ़, आंग्रे, रेडी और विजयवाड़ा बंदरगाहों के विकास के लिए वैभववाड़ी– कोल्हापुर रेल मार्ग तैयार किया जाना आवश्यक है। इस मार्ग के निर्माण में राज्य सरकार का आर्थिक सहभाग सुनिश्चित किया जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वधावन बंदरगाह से नासिक तक महाराष्ट्र राज्य सड़क विकास महामंडल द्वारा प्रस्तावित महामार्ग बनाया जा रहा है। इस महामार्ग के दोनों ओर प्रभावित क्षेत्रों को ध्यान में रखते हुए नियोजित विकास किया जाए। बंदरगाह क्षेत्रों के विकास के महत्व को देखते हुए इन स्थानों पर उद्योग स्थापित करने के लिए निवेशकों आकर्षित किया जाए। औद्योगिक विकास को गति देने के लिए महाराष्ट्र औद्योगिक विकास निगम (एमआयडीसी) और बंदरगाह विभाग के समन्वय से एक कंपनी स्थापित की जाए। साथ ही निर्माणाधीन वधावन बंदरगाह और उससे जुड़े क्षेत्रों के समग्र विकास के लिए विशेष नियोजन प्राधिकरण का गठन किया जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मुंबई वाटर मेट्रो परियोजना के संदर्भ में मुख्यमंत्री फडणवीस ने निर्देश दिया कि इस परियोजना के लिए बोटें पूरी तरह इलेक्ट्रिक आधारित हों। प्रारम्भिक चरण में हाइब्रिड मॉडल भी अपनाया जा सकता है तथा नई नौकाओं की खरीद की जाए। “कोची से भी बड़ा और बेहतर मुंबई वाटर मेट्रो प्रोजेक्ट होना चाहिए। महाराष्ट्र में वर्तमान में 36 यात्री जलमार्गों के माध्यम से प्रति वर्ष 1.80 करोड़ यात्रियों का आवागमन होता है। मुंबई महानगर क्षेत्र में 21 जलमार्ग कार्यरत हैं, जिनसे करीब 1 करोड़ 60 लाख यात्रियों की वार्षिक आवाजाही होती है। प्रस्तावित मुंबई वाटर मेट्रो परियोजना के तहत 21 आधुनिक टर्मिनल बनाए जाएंगे और लगभग 200 नॉटिकल माइल के मार्ग विकसित किए जाएंगे। परियोजना की विस्तृत रिपोर्ट तैयार करने का कार्य प्रगति पर है।
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हिन्दुस्थान समाचार / वी कुमार

