अनूूपपुर: शासन की कल्याणकारी योजनाओं और विकास गतिविधियों का प्रभावी क्रियान्वयन हो- कलेक्टर
पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग की समीक्षा
अनूपपुर, 5 दिसंबर (हि.स.)। जिले में शासन की कल्याणकारी योजनाओं तथा विकास गतिविधियों का प्रभावी क्रियान्वयन किया जाए। सभी मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जनपद पंचायत तथा अन्य संबंधित अमले सेक्टरवार प्रगतिरत कार्यों की सतत मॉनिटरिंग एवं निरीक्षण करें, ताकि कार्यों की गुणवत्ता और प्रगति का सही आंकलन हो सके। स्वीकृत एवं प्रगतिरत सभी कार्यों को समय सीमा में पूर्ण कराया जाए। ग्राम पंचायतों की सक्रिय सहभागिता और उनकी व्यवस्थाओं में पारदर्शिता अनिवार्य है। पंचायतों में मूलभूत सुविधाओं की उपलब्धता का आंकलन करते हुए विकास गतिविधियों को गति देने के निर्देश शुक्रवार को कलेक्ट्रेट कार्यालय स्थित नर्मदा सभागार में पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग की योजनाओं और प्रगतिरत विकास कार्यों की समीक्षा करते हुए कलेक्टर हर्षल पंचोली ने निर्देश दिए।
“एक बगिया माँ के नाम” अभियान के अंतर्गत किए जा रहे कार्यों की समीक्षा में अधिकारियों ने अवगत कराया कि अभियान के तहत जिले में 403 कार्य स्वीकृत हुए हैं, जिनमें से 234 कार्य पूर्ण किए जा चुके हैं तथा शेष कार्य शीघ्र ही पूर्ण कर लिए जाएंगे। कलेक्टर ने लंबित कार्यों को जल्द से जल्द पूर्ण कराने, शत-प्रतिशत फेंसिंग करने के निर्देश दिए। उन्होंने मनरेगा के अंतर्गत जिले में संचालित कार्यों की भी समीक्षा में अधिकारियों से मनरेगा के तहत स्वीकृत एवं प्रगतिरत कार्यों की जानकारी प्राप्त कर आवश्यक निर्देश दिए। पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग द्वारा सेक्टर संबंधी जानकारी पर अधिकारियों ने बताया कि जिले की चारों जनपद पंचायतों के अंतर्गत कुल 25 सेक्टर हैं, जहाँ विभिन्न निर्माण कार्य संचालित किए जा रहे हैं। इस पर सभी 25 सेक्टरों का शेड्यूल तैयार कर कैलेंडर जारी करने के निर्देश कलेक्टर ने दिए। उन्होंने सभी मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जनपद पंचायत को निर्देशित किया कि बुधवार एवं शुक्रवार को सेक्टरवार बैठकें आयोजित कर शासन की जनहितकारी योजनाओं तथा निर्माणाधीन एवं प्रगतिरत कार्यों की प्रगति की समीक्षा की जाए, ताकि लोगों को योजनाओं का लाभ समय पर मिल सके।
कलेक्टर ने प्रधानमंत्री आवास योजना, प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना, जल गंगा संवर्धन अभियान, प्रधानमंत्री आवास योजना, स्वच्छता अभियान, वाटर शेड, श्रम विभाग, सामाजिक न्याय एवं दिव्यांगजन, श्रमोदय विद्यालय, पोषण शक्ति अभियान, आजीविका मिशन सहित अन्य योजनाओं की समीक्षा की। जल गंगा संवर्धन अभियान के अंतर्गत डगवेल रिचार्ज संरचनाएँ, कपिल धारा कूप निर्माण, मेढ़ बंधान, पशु शेड एवं बकरी शेड निर्माण आदि के संबंध में जानकारी प्राप्त कर सभी मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत एवं उपयंत्रियों को अपने क्षेत्रांतर्गत निर्माण कार्यों का निरीक्षण कर प्रगतिरत कार्यों को गति प्रदान करने के निर्देश दिए। उन्होंने जिले के जल संरचनाओं के संरक्षण एवं संवर्धन हेतु एक सप्ताह के अन्दर बोरी बंधान कार्य कराए जाने पर जोर दिया।
कलेक्टर ने माँ नर्मदा परिक्रमा पथ के आश्रय स्थलों में पौधरोपण, स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत व्यक्तिगत शौचालय निर्माण, आवास प्लस के तहत प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय किस्त प्राप्त कर चुके हितग्राहियों की प्रगति तथा मध्यान्ह भोजन योजना के तहत बच्चों को गुणवत्तायुक्त एवं निर्धारित मेन्यू के अनुसार भोजन वितरण की स्थिति की विस्तृत समीक्षा की। 15 वें वित्त आयोग के अंतर्गत स्वीकृत कार्यों, ग्राम पंचायतों में बकाया विद्युत देयको, पेसा एक्ट के तहत तेंदूपत्ता संग्रहण एवं वितरण की व्यवस्थाओं तथा जिला खनिज प्रतिष्ठान मद से स्वीकृत और प्रगतिरत कार्यों की भी जानकारी ली। सभी विषयों पर अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए।
बैठक में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत अर्चना कुमारी, अतिरिक्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत के. के. सोनी, जिले के सभी मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत सहित जिले के पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग से संबंधित सभी अधिकारी, सहायक यंत्री व उपयंत्री उपस्थित रहें।
हिन्दुस्थान समाचार / राजेश शुक्ला

