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रामकृष्ण मिशन पीड़ित मानवता की सेवा और आध्यात्मिक चेतना का केन्द्रः उप मुख्यमंत्री शुक्ल

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रामकृष्ण मिशन पीड़ित मानवता की सेवा और आध्यात्मिक चेतना का केन्द्रः उप मुख्यमंत्री शुक्ल


रीवा, 07 दिसम्बर (हि.स.)। मध्य प्रदेश के उप मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने रविवार को रीवा में रामकृष्ण मिशन के वार्षिक सम्मेलन में कहा कि रामकृष्ण मिशन पीड़ित मानवता की सेवा और आध्यात्मिक चेतना का केन्द्र है। यहां आयोजित कार्यक्रमों में शामिल होने पर दिव्य आनंद और आध्यात्मिक शांति का अनुभव होता है।

उन्होंने कहा कि मानव का मन जब शांत होता है तभी वह मानव कल्याण कर सकता है। रामकृष्ण मिशन का मानव सेवा का गौरवशाली इतिहास है। स्वामी विवेकानंद ने अमेरिका में शिकागों में आयोजित धर्म सम्मेलन में भारतीय ज्ञान और दर्शन का ध्वज लहराया। उन्होंने भारतीय ज्ञान और दर्शन की पूरी दुनिया पर छाप छोड़ी। स्वामी विवेकानंद द्वारा बनाया गया रामकृष्ण मिशन पीड़ितों की सेवा और आध्यामिक ज्ञान के लिए लगातार कार्य कर रहा है। भारत की आध्यात्मिक चेतना का दुनिया में विशिष्ट स्थान है। वर्तमान समय में हिंसा और युद्ध के समाधान के लिए पूरी दुनिया भारत से आस लगाये है। भारत तेजी से विश्व गुरू बनने की ओर अग्रसर है। देश के विकास में हम सब अपना योगदान दें।

उप मुख्यमंत्री ने कहा कि रामकृष्ण मिशन द्वारा नि:शुल्क स्वास्थ्य शिविर लगाकर हजारों रोगियों का उपचार किया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आमजनता की स्वास्थ्य रक्षा के लिए निरोगी काया अभियान शुरू किया है। इस अभियान ने आमजनता को स्वास्थ्य जांच का अधिकार और सुविधा दी है। रामकृष्ण मिशन सदैव नि:स्वार्थ सेवा करता है। हमें सिर्फ अपने लिए ही नहीं अपनों के लिए भी जीवन जीना है। असली सुख पीड़ितों की सेवा करने में ही है।

कार्यक्रम में स्वामी अक्षयआनंद महाराज ने कहा कि भारतीय आध्यात्मिक जीवन का एक मात्र लक्ष्य जीव सेवा ही ईश्वर सेवा है। हमें प्रत्येक मानव के अंदर ईश्वर को देखना चाहिए। समारोह में रामकृष्ण मठ रीवा के स्वामी नित्यप्रज्ञानंद महाराज, स्वामी कृष्णमृतानंद महाराज ने भी आध्यात्मिक ज्ञान से कार्यक्रम को आलोकित किया। समारोह में संस्थान के मैनेजिंग टेÏस्ट रघुवेन्द्रमणि त्रिपाठी तथा डॉ. राजेन्द्रमणि त्रिपाठी ने वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। कार्यक्रम में रीवा संभाग के कमिश्नर बीएस जामोद, प्रो. पी.के. सरकार, डॉ. पीके लखटकिया, डॉ. एन.पी. पाठक तथा बड़ी संख्या में संस्थान से जुड़े लोग उपस्थित रहे।

हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर