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ग्वालियरः साडा क्षेत्र की 271 हैक्टेयर भूमि एमपीआईडीसी को हस्तांतरित करने का प्रस्ताव तैयार

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ग्वालियरः साडा क्षेत्र की 271 हैक्टेयर भूमि एमपीआईडीसी को हस्तांतरित करने का प्रस्ताव तैयार


ग्वालियरः साडा क्षेत्र की 271 हैक्टेयर भूमि एमपीआईडीसी को हस्तांतरित करने का प्रस्ताव तैयार


- संभाग आयुक्त ने की साडा की योजनाओं की समीक्षा

- पुरानी आवासीय योजनाओं में बसाहट लाने के प्रयास करने पर दिया जोर

ग्वालियर, 20 सितंबर (हि.स.)। विशेष क्षेत्र विकास प्राधिकरण (साडा) की 271 हैक्टेयर भूमि मध्यप्रदेश औद्योगिक विकास निगम (एमपीआईडीसी) को हस्तांतरित होगी। इस दिशा में साडा द्वारा जिला प्रशासन को प्रस्ताव भेज दिया गया है। जिला प्रशासन द्वारा यह प्रस्ताव शासन को भेजा जायेगा। हाल ही में ग्वालियर में आयोजित हुई रीजनल इण्डस्ट्री कॉन्क्लेव में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव द्वारा नए औद्योगिक क्षेत्र विकसित करने के लिये जमीन उपलब्ध कराने के संबंध में दिए गए निर्देशों के पालन में संभाग आयुक्त एवं साडा अध्यक्ष मनोज खत्री ने इस कार्यवाही को तेजी से आगे बढ़ाया है। औद्योगिक गतिविधियाँ शुरू होने पर साडा क्षेत्र के विकास में तेजी आयेगी। साथ ही स्थानीय लोगों को रोजगार भी मिलेगा।

संभाग आयुक्त खत्री ने शुक्रवार को साडा सीईओ सहित अन्य संबंधित अधिकारियों की बैठक लेकर साडा क्षेत्र की विकास योजनाओं की विस्तार से समीक्षा की। साथ ही निर्देश दिए कि साडा की पुरानी आवासीय योजनाओं में बसाहट के लिए कारगर कदम उठाने के साथ-साथ ऐसी नई योजनाओं के लिए स्थल चिन्हित करें, जिससे साडा क्षेत्र का तेजी से विकास हो सके। साथ ही साडा की आय भी बढ़े। उन्होंने साडा क्षेत्र की आय बढ़ाने के लिये यहाँ के शेष कॉमर्शियल भूखण्डों को विक्रय करने के लिये जल्द से जल्द निविदाएँ जारी कराने के निर्देश साडा के सीईओ को दिए। बैठक में साडा के सीईओ एवं एमपीआईडीसी के कार्यकारी संचालक प्रतुल चंद सिन्हा, कार्यपालन यंत्री संजय शर्मा सहित अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद थे।

संभाग आयुक्त खत्री ने निर्देश दिए कि साडा क्षेत्र की पुरानी आवासीय योजनाओं अर्थात नीलकमल, सौजना व बरा आवासीय योजना के अंतर्गत खराब हो रही अधोसंरचना और आवासों की मरम्मत कराएँ। साथ ही सभी बुनियादी सुविधायें जुटाएँ। प्रयास ऐसे हों जिससे जिन लोगों को साडा की आवासीय योजनाओं में एमआईजी व एलआईजी आवास आवंटित हुए हैं वे जल्द से जल्द रहने आने लगें।

साडा के सीईओ प्रतुलचंद सिन्हा ने बैठक में जानकारी दी कि साडा क्षेत्र में प्रस्तावित वेस्टर्न रिंग रोड़ के निर्माण से साडा क्षेत्र के विकास के नए दरवाजे खुलेंगे। वेस्टर्न बायपास बनने पर पनिहार से लेकर आगरा तक की दूरी सवा से डेढ़ घंटे के भीतर तय हो जायेगी। साथ ही साडा क्षेत्र में आवासीय व औद्योगिक गतिविधियाँ बढ़ेंगीं। जाहिर है साडा के विकास में नए आयाम जुड़ेंगे।

पौधे भी रोपे

संभाग आयुक्त मनोज खत्री ने साडा कार्यालय में आयोजित हुई बैठक के बाद साडा क्षेत्र में “एक पेड़ माँ के नाम” अभियान के तहत पौधे भी रोपे। उन्होंने पौधों का संरक्षण करने के निर्देश इस अवसर पर साडा के अधिकारियों को दिए।

हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर