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शाजापुर : अनुसूचित आयोग ने कलेक्टर, एसपी को नोटिस देकर मांगी रिपोर्ट

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शाजापुर , 6 जुलाई (हि.स.)।शाजापुर जिले में एक सनसनीखेज़ मामला प्रकाश में आया है। जिसमें ग्राम झोंकर निवासी एक युवक ने मक्सी पुलिस द्वारा उसके साथ की गई मारपीट की शिकायत राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग में की थी, जिस पर आयोग ने मामले को संज्ञान में लेकर कलेक्टर और एसपी को नोटिस जारी करते हुए 15 दिन में विभिन्न बिंदुओं पर रिपोर्ट मांगी है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार शिकायतकर्ता मुकेश परमार ने आयोग को बताया कि पड़ोसियों में हुए आपसी विवाद में मक्सी थाने में उनके साथ पुलिस द्वारा मारपीट की गई। पुलिस ने झूठा केस दर्ज कर उन्हें जेल भेज दिया। टीआई ने मेडिकल जांच के बहाने उन्हें थाने पर बुलाया और थाने में लगे सीसीटीवी और लाइट बंद करके लॉकअप में बंद कर दिया। वहीं उनकी शिकायत पर रिपोर्ट भी दर्ज नहीं की गई।

इस पर परमार द्वारा टीआई भीमसिंह पटेल सहित आधा दर्जन पुलिसकर्मियों द्वारा उनसे मारपीट करने, जूते साफ कराने और उनकी शिकायत पर कार्रवाई नहीं करने के गंभीर आरोप लगाते हुए राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग, मुख्यमंत्री, डीजीपी, आईजी, डीआईजी और एसपी को शिकायत की थी। शिकायत पर कढ़ा रूख अपनाते हुए आयोग ने संविधान के अनुच्छेद 338 के तहत कार्रवाई करते हुए एफआईआर, मेडिकल रिपोर्ट और अनुसूचित जाति अत्याचार निवारण अधिनियम के तहत की गई कार्रवाई की जानकारी मांगी है।

शिकायत में लगाए गंभीर आरोप

मुकेश परमार द्वारा आयोग को की गई शिकायत में उल्लेख किया गया कि उनके साथ मक्सी थाने में टी.आई. भीमसिंह पटेल सहित आधा दर्जन पुलिसकर्मियों द्वारा थाने की लाइट, कैमरा बंद कर बेरहमी से मारपीट की गई। उनसे जूते साफ करवाए गए और मारपीट के दौरान जाति सूचक शब्द भी कह गए।

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हिन्दुस्थान समाचार / मंगल नाहर