युवाओं के करियर और उनके सपनों को उड़ान देने की दिशा में अच्छा प्रयासः संपतिया उइके
- कलेक्टर की पहल से मंडला में लाँच हुआ प्रोजेक्ट विजयपथ, जिले के 216 विद्यालयों के 60 हजार विद्यार्थी जुड़े लाइव
मंडला, 15 दिसंबर (हि.स.)। मध्य प्रदेश के मंडला जिले के विद्यार्थियों के उज्ज्वल भविष्य को दिशा देने के उद्देश्य से आरडी कॉलेज में सोमवार को करियर गाइडेंस कार्यक्रम प्रोजेक्ट विजयपथ का भव्य शुभारंभ लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री सम्पतिया उइके की विशेष उपस्थिति में किया गया। यह कार्यक्रम कक्षा नवमी से कक्षा बारहवीं तक अध्ययनरत विद्यार्थियों के लिए आयोजित किया गया, ताकि वे समय रहते अपने लक्ष्य पहचान सकें और सही मार्गदर्शन प्राप्त कर सकें।
कार्यक्रम में मंत्री संपतिया उइके ने कहा कि सही मार्गदर्शन मिलने पर ग्रामीण एवं आदिवासी अंचल के विद्यार्थी भी राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बना सकते हैं। उन्होंने प्रोजेक्ट विजयपथ को विद्यार्थियों के जीवन में निर्णायक पहल बताया। उन्होंने कहा कि करियर केवल अंक नहीं, बल्कि रुचि, मेहनत और निरंतर प्रयास से बनता है। उन्होंने बताया कि प्रोजेक्ट विजयपथ कलेक्टर के प्रयासों से शुरू की गई ऐसी पहल है, जिसका उद्देश्य विद्यार्थियों को प्रतियोगी परीक्षाओं, उच्च शिक्षा, तकनीकी एवं व्यावसायिक अवसरों की सही जानकारी देकर उन्हें आत्मनिर्भर बनाना है।
मंत्री संपतिया सम्पतिया उइके ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व तथा मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के मार्गदर्शन में युवाओं के सपनों को पंख लगाने के उद्देश्य से विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यदि इस प्रकार के करियर मार्गदर्शन कार्यक्रम ब्लॉक स्तर पर भी आयोजित किए जाएं, तो इसका लाभ और अधिक युवाओं तक पहुंचेगा। उन्होंने कहा कि एक समय ऐसा भी था जब स्कूल काफी दूर हुआ करते थे, लेकिन आज शिक्षा के क्षेत्र में व्यापक और सकारात्मक बदलाव देखने को मिला है। उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि सही समय पर सही शिक्षा और सही मार्गदर्शन ही उन्हें उनकी तय मंजिल तक पहुंचाने में सबसे अधिक सहायक सिद्ध होगा।
जिला पंचायत अध्यक्ष संजय कुशराम ने इस पहल के लिए जिला प्रशासन का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि जब युवा अपने सपनों को साकार करने के लिए संघर्ष करते हैं, ऐसे समय में ‘प्रोजेक्ट विजयपथ’ जैसा प्रयास उन्हें वास्तव में विजय के मार्ग पर ले जाएगा। उन्होंने कहा कि हमारे समय में मार्गदर्शन देने वाला कोई नहीं होता था, इस कमी को हमने स्वयं महसूस किया है। आज के युवा संभावनाओं की तलाश में हैं और उन्हें सही दिशा दिखाना अत्यंत आवश्यक है।
इस अवसर पर कलेक्टर सोमेश मिश्रा ने विद्यार्थियों को प्रेरित करते हुए कहा कि प्रोजेक्ट विजयपथ के अंतर्गत एक्सपर्ट्स पूरे दिन विद्यार्थियों की मदद करेंगे और उन्हें करियर से जुड़े हर पहलू की जानकारी देंगे। उन्होंने कहा कि पहले के समय में ऐसा व्यवस्थित मार्गदर्शन उपलब्ध नहीं होता था, जिसके कारण युवाओं को आगे चलकर कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता था।इस पहल के माध्यम से वही बातें विद्यार्थियों को शुरुआत में ही स्पष्ट रूप से बता दी जाएंगी, जो आमतौर पर बाद के वर्षों में युवाओं को भ्रम और तनाव में डाल देती हैं। इससे विद्यार्थी सही विषय, सही दिशा और सही रणनीति के साथ अपने भविष्य की योजना बना सकेंगे। आयोजन दो सत्रों में आयोजित किया जा रहा है। कार्यक्रम के दौरान पुलिस, वन विभाग सहित अन्य विभागों के अधिकारी विद्यार्थियों को करियर से जुड़ा मार्गदर्शन प्रदान करेंगे। उन्होंने कहा कि इसके अतिरिक्त आईटीआई करने वाले युवाओं को निजी कंपनियों में साक्षात्कार देने की तैयारी से संबंधित महत्वपूर्ण एवं व्यवहारिक जानकारियां भी दी जाएंगी, ताकि वे रोजगार के अवसरों का बेहतर तरीके से लाभ उठा सकें।
पुलिस अधीक्षक रजत सकलेचा ने भी विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि आत्मविश्वास, अनुशासन और सकारात्मक सोच से ही सफलता की राह तय होती है। विद्यार्थियों को सफलता के लिए मानसिक एवं शारीरिक स्वास्थ्य को अत्यंत आवश्यक बताया। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को अपनी दिन-प्रतिदिन की गतिविधियों पर ध्यान देना चाहिए और संतुलित दिनचर्या अपनानी चाहिए। एसपी ने विद्यार्थियों को ग्रुप डिस्कशन के माध्यम से संवाद कौशल विकसित करने तथा टीमवर्क सीखने की सलाह दी। साथ ही उन्होंने मोबाइल फोन के सीमित और सकारात्मक उपयोग पर जोर देते हुए कहा कि अनावश्यक मोबाइल उपयोग से लक्ष्य भटक सकता है।
कार्यक्रम में मुंबई से आए संजय चौबे,जबलपुर से आए रूपल जोशी और अन्य विशेषज्ञों द्वारा विभिन्न करियर विकल्पों, प्रतियोगी परीक्षाओं, स्किल डेवलपमेंट एवं सरकारी योजनाओं की जानकारी दी गई। विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक सहभागिता करते हुए अपने सवाल रखे। कार्यक्रम से पहले मंत्री संपतिया उइके ने आरडी कॉलेज परिसर में स्थापित वीरांगना रानी दुर्गावती की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया। इसके पश्चात उन्होंने परिसर में विभिन्न विभागों द्वारा लगाए गए स्टॉलों का अवलोकन किया तथा विद्यार्थियों को दी जा रही जानकारियों की सराहना की। मंत्री ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि विद्यार्थियों को योजनाओं एवं करियर से जुड़ी जानकारी सरल और व्यवहारिक रूप में उपलब्ध कराई जाए।
कार्यक्रम को शासकीय एवं अशासकीय विद्यालयों के विद्यार्थियों तक भी पहुँचाने के लिए लाइव स्ट्रीमिंग की व्यवस्था की गई, जिससे दूरस्थ क्षेत्रों के विद्यार्थी भी इससे जुड़ सकें। लाइव स्ट्रीमिंग के माध्यम से जिले भर के 216 स्कूलों के लगभग 60 हजार से अधिक विद्यार्थी कार्यक्रम से जुड़े।
हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर

