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दिल्ली रैली के नारे पर कांग्रेस पर तीखा हमला, विक्रम वर्मा बोले—यह राजनीतिक मर्यादाओं का पतन

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दिल्ली रैली के नारे पर कांग्रेस पर तीखा हमला, विक्रम वर्मा बोले—यह राजनीतिक मर्यादाओं का पतन


धार, 15 दिसंबर (हि.स.)। नई दिल्ली में कांग्रेस द्वारा आयोजित रैली के दौरान लगाए गए आपत्तिजनक नारों को लेकर सियासी घमासान तेज हो गया है। रैली में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ लगाए गए नारे को पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं पूर्व प्रदेश अध्यक्ष विक्रम वर्मा ने बेहद निंदनीय और अस्वीकार्य बताया है।

विक्रम वर्मा ने सोमवार को कहा कि कहा कि प्रधानमंत्री मोदी केवल भारतीय जनता पार्टी के नहीं, बल्कि पूरे देश के प्रधानमंत्री हैं। उनके लिए इस तरह की भाषा का प्रयोग किसी भी सभ्य और लोकतांत्रिक समाज में स्वीकार नहीं किया जा सकता। उन्होंने आरोप लगाया कि इस प्रकार के नारे कांग्रेस की विकृत और नकारात्मक राजनीतिक मानसिकता को दर्शाते हैं।

पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि “मैं स्वयं 50 वर्षों से अधिक समय से राजनीति में हूं। हम भी लंबे समय तक विपक्ष में रहे, कई जिम्मेदार पदों पर कार्य किया, लेकिन कभी भी इस स्तर की कटुता और भाषा की निम्नता का सहारा नहीं लिया।” उन्होंने सवाल उठाया कि इतने गंभीर और आपत्तिजनक नारे लगने के बावजूद कांग्रेस के किसी वरिष्ठ नेता की ओर से अब तक कोई स्पष्ट प्रतिक्रिया या खंडन क्यों नहीं आया।

वर्मा ने कहा कि लगातार चुनावी हार से उपजी निराशा में कांग्रेस जिस स्तर पर पहुंच गई है, वह बेहद चिंताजनक है। विपक्ष को आत्ममंथन करने की आवश्यकता है कि लोकतंत्र में विरोध की मर्यादा क्या होनी चाहिए।

उन्होंने प्रधानमंत्री के खिलाफ की गई इस अशोभनीय नारेबाजी की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए मांग की कि कांग्रेस नेतृत्व देश से सार्वजनिक रूप से माफी मांगे और भविष्य में स्वस्थ, सकारात्मक और मर्यादित विपक्ष की भूमिका निभाए। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि कांग्रेस ने अपनी राजनीतिक भाषा और आचरण में सुधार नहीं किया, तो देश की जनता लोकतांत्रिक तरीके से उसे लगातार अस्वीकार करती रहेगी। साथ ही पूर्व केंद्रीय मंत्री श्री वर्मा ने प्रधानमंत्री के उत्तम स्वास्थ्य और दीर्घायु होने की कामना की।

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हिन्दुस्थान समाचार / Gyanendra Tripathi