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मप्रः डीजीपी सुधीर सक्सेना की विदाई परेड, डीसीपी बेटी ने दी सलामी   

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मप्रः डीजीपी सुधीर सक्सेना की विदाई परेड, डीसीपी बेटी ने दी सलामी   


भाेपाल, 30 नवंबर (हि.स.)। पुलिस महानिदेशक सुधीर सक्सेना के सेवानिवृत्ति के अवसर पर शनिवार काे विदाई परेड का आयोजन मोतीलाल नेहरू पुलिस स्‍टेडियम भोपाल में किया गया। परेड से पहले पुलिस महानिदेशक सक्सेना ने शहीद स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित की।

परेड कमाण्‍डर भापुसे सोनाक्षी सक्‍सेना डीसीपी इंटेलिजेंस भोपाल तथा परेड टूआईसी सहायक सेनानी रवि शर्मा के नेतृत्व में आठ प्‍लाटून तथा पुलिस बैण्ड दल द्वारा विदाई परेड की गई।

पुलिस महानिदेशक सक्सेना द्वारा परेड का निरीक्षण किया गया उसके बाद आकर्षक मार्च पास्ट हुआ।

सेवानिवृत्ति के अवसर पर अपने संबोधन में सुधीर सक्सेना ने कहा कि एक अत्यंत भव्य परेड़ का आज आपने प्रदर्शन किया है। इसके लिये मैं आप सभी को बहुत बहुत बधाई देता हूं। आपके इस प्रदर्शन के लिए मैं एडीजी एसएएफ तथा उनकी पूरी टीम को भी धन्यवाद देता हूँ, जिनके अथक परिश्रम एवं समर्पण के फलस्वरूप आपके उच्च कोटि के प्रदर्शन के हम सभी साक्षी बने हैं।उन्‍होंने कहा कि सर्वप्रथम मैं मध्यप्रदेश पुलिस शहीदों को श्रद्धांजलि देते हुए हृदय की गहराईयों से उनका स्मरण करता हूं। इन शहीदों के आत्मदान की नींव पर ही मध्यप्रदेश पुलिस की गौरवशाली इमारत खड़ी हुई है। समस्त शहीदों और उनके महान परिजनों के बलिदान के प्रति मैं अपना विनम्र अभिवादन प्रस्तुत करता हूं।

मध्यप्रदेश पुलिस का एक अत्यंत ही गौरवशाली इतिहास रहा है। आजादी के समय जम्मू कश्मीर में कबाईली हमलों से मुकाबला करने में, हैदाराबाद में ऑपरेशन पोलो में, दक्षिण के भाषाई आंदोलन में, गोआ के स्वतंत्रता संग्राम में, नार्थ ईस्ट में नागालैंड व त्रिपुरा में, पंजाब व जम्मू कश्मीर के आतंकवाद में सभी स्थानों पर मध्यप्रदेश पुलिस के जाबांज जवानों व अधिकारियों ने देश की आंतरिक सुरक्षा में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।

विधान सभा चुनाव, लोक सभा चुनाव, पंचायत व नगरीय निकायों के चुनाव तथा कई उपचुनाव को स्वतंत्र निष्पक्ष व शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराना एक बहुत बड़ी चुनौती थी, जिसका आप सभी लोगों ने बहुत सफलतापूर्वक सामना किया। आपके द्वारा जिस कुशलता से इस जिम्मेदारी का निर्वहन किया गया उसकी चुनाव आयोग सहित सभी ओर सराहना की गई। ग्वालियर चम्बल जैसे चुनौतीपूर्ण क्षेत्रों में बिना किसी घटना के चुनाव संपन्न हो जाना एक अत्यंत महत्वपूर्ण उपलब्धि रही।

पिछले कुछ वर्षो में नक्सलवाद के विरूद्ध मध्यप्रदेश पुलिस ने अभूतपूर्व सफलतायें प्राप्त की हैं। पिछले लगभग ढाई वर्षों में पुलिस मुठभेड़ में मारे गये नक्सलियों की संख्या, उससे पिछले 25 वर्ष में धराशायी किये गये नक्सलियों की कुल संख्या से अधिक है। इन पर लगभग 3 करोड़ रूपये से अधिक का इनाम था। पहली बार मध्यप्रदेश पुलिस ने डिवीजनल कमेटी स्तर के नक्सलियों को धराशायी किया गया तथा पहली बार एके-47 जैसे हथियार बरामद किये गये। कई इनामी नक्सलियों को भी गिरफ्तार किया गया।

मध्यप्रदेश एटीएस ने राष्ट्र विरोधी व आतंकवादी तत्वों के विरूद्ध अत्यंत ही प्रभावी कार्यवाही की। मार्च 2022 में भोपाल में जेएमबी के माड्यूल को ध्वस्त करना एक ऐसी जोखिम भरी उल्लेखनीय कार्यवाही थी, जिसकी राष्ट्रीय स्तर पर प्रशंसा की गई। मध्यप्रदेश पुलिस की कार्यवाही के आधार पर पूरे देश के विभिन्न राज्यों में भी कार्यवाही हुई। इसके अतिरिक्त एचयूटी के माड्यूल को ध्वस्त करना, पीएफआई के विरूद्ध प्रभावी कार्यवाही करना भी मध्यप्रदेश एटीएस की कार्य कुशलता का द्योतक रहा।

प्रधान मंत्री के प्रेरणादायी नेतृत्व में इस वर्ष दंड के स्थान पर न्याय पर आधारित तीन नये कानूनों को लागू किया गया। मध्यप्रदेश पुलिस इन कानूनों को लागू करने में अग्रणी रही । लगभग 80 हजार लोगों को सफलतापूर्वक ट्रेनिंग दी गई तथा बिना किसी समस्या के आज पूरी मध्यप्रदेश पुलिस इन कानूनों का सफलतापूर्वक उपयोग कर रही है।

महिलाओं के विरुद्ध अपराधों की रोकथाम और अपराधियों की दोषसिद्धि को मध्यप्रदेश पुलिस की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में रखा गया। हम महिलाओं और कमजोर वर्गों के नागरिकों को एक सुरक्षित, भय मुक्त वातावरण देने में सफल हुए हैं। महिलाओं और बालिकाओं को केंद्र बिंदु में रखते हुए उनकी सुरक्षा की दिशा में हमने विभिन्न कार्यक्रम एवं ऑपरेशन चलाये। इनमें 'ऑपरेशन स्वयं सिद्धा के अंतर्गत छात्राओं को आत्मरक्षा का प्रशिक्षण,ऑपरेशन एहसास के अंतर्गत बालक बालिकाओं को गुड टच बेड टच' संबंधी आवश्यक जागरूकता, ऑपरेशन मुस्कान के अंतर्गत लापता बालक-बालिकाओं को तलाश कर उनके माता-पिता से मिलाना, ऑपरेशन हेल्पिंग हैंड के अंतर्गत परित्यक्त महिलाओं को जीवन-यापन के लिए आवश्यक धनराशि हेतु न्यायालय के आदेश का प्रभावी क्रियान्वयन, मानव दुर्व्यापार के विरूद्ध चेतना अभियान तथा बालकों को संवेदनशील बनाने के लिये हम होंगे कामयाब अभियान उल्लेखनीय रहे हैं।

अंत में पुलिस महानिदेशक सक्‍सेना ने कहा कि मैं पुलिस महानिदेशक मध्यप्रदेश के रूप में कैलाश मकवाना की नियुक्ति पर मध्यप्रदेश पुलिस को बधाई देता हूं। मैं आशा करता हूं कि जो स्नेह व सहयोग आप सभी ने मुझे दिया वह उन्हें भी प्राप्त होता रहेगा। वे एक अत्यंत ही ईमानदार, कर्तव्य निष्ठ व व्यवसायिक रूप से दक्ष अधिकारी हैं। मुझे पूर्ण विश्वास है कि उनके नेतृत्व में मध्यप्रदेश पुलिस नई उंचाईयों को छूएगी तथा नई दिशा व दृष्टि के साथ उच्च मनोबल से सराबोर होकर आगे बढ़ेगी। मैं उन्हें बहुत बहुत शुभकामनाएं देता हूं। विदाई परेड के पश्चात डीजीपी सुधीर सक्सेना पुलिस मुख्यालय पहुंचे जहां उन्होंने नवनियुक्त डीजीपी कैलाश मकवाना को बधाई और शुभकामनाएं देते हुए बेटन सौंपा।

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हिन्दुस्थान समाचार / नेहा पांडे