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ग्वालियरः दो शिफ्टों में अथवा शहर को दो या तीन जोन में बांटकर होगा ई-रिक्शा का संचालन

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ग्वालियरः दो शिफ्टों में अथवा शहर को दो या तीन जोन में बांटकर होगा ई-रिक्शा का संचालन
ग्वालियरः दो शिफ्टों में अथवा शहर को दो या तीन जोन में बांटकर होगा ई-रिक्शा का संचालन


- ई-रिक्शा चालकों की राय लेकर लागू किए जाएंगे ये विकल्प

- शहर में ई-रिक्शा संचालन व्यवस्था लागू करने को लेकर हुई अहम बैठक

ग्वालियर, 3 जुलाई (हि.स.)। ग्वालियर शहर की यातायात व्यवस्था को सुगम व सुव्यवस्थित बनाने के लिये ई-रिक्शा का प्रबंधन किया जा रहा है। इस सिलसिले में बुधवार को कलेक्टर रुचिका चौहान की अध्यक्षता एवं पुलिस अधीक्षक धर्मवीर सिंह की मौजूदगी में अहम बैठक हुई। शहर के सड़क यातायात को सुगम बनाने के लिये पंजीकृत ई-रिक्शा को 12 – 12 घंटे की शिफ्ट व शहर को तीन या दो जोन में बांटकर ई-रिक्शा के रूट निर्धारित करने के विकल्प बैठक में रखे गए। बैठक में तय किया गया कि इन विकल्पों को ई-रिक्शा चालकों की राय लेकर लागू किया जायेगा। ई-रिक्शा चालकों से राय लेने का काम यातायात पुलिस व अन्य संबंधित अधिकारी करेंगे।

यहाँ कलेक्ट्रेट में बुधवार को हुई बैठक में नगर निगम आयुक्त हर्ष सिंह, अपर कलेक्टर अंजू अरुण कुमार व टीएन सिंह, नगर के सभी एसडीएम, क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी एचके सिंह एवं यातायात पुलिस के अधिकारी मौजूद थे।

कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक ने यातायात पुलिस के अधिकारियों को निर्देश दिए कि शहर के तिराहों व चौराहों पर ई-रिक्शा चालकों से बात कर ई-रिक्शा चालन के लिये शिफ्ट व जोन निर्धारण के संबंध में राय लें। प्रयास ऐसे हों कि ज्यादा से ज्यादा ई-रिक्शा चालकों की मंशा सामने आए। अधिकारी द्वय ने कहा कि जिला प्रशासन व पुलिस ई-रिक्शा चालकों के हितों को ध्यान में रखकर शहर की यातायात व्यवस्था को सुगम बनाने के लिये ई-रिक्शा संचालन के लिये रूट व शिफ्ट इत्यादि का निर्धारण किया जायेगा। साथ ही जनप्रतिनिधियों की सहमति से ई-रिक्शा प्रबंधन व्यवस्था को धरातल पर लाया जायेगा।

कलेक्टर रुचिका चौहान ने बैठक में स्पष्ट किया कि अब शहर में केवल उन्हीं ई-रिक्शा को चलने की अनुमति है जिन्होंने विधिवत अपना पंजीयन करा लिया है। जिन रिक्शा चालकों ने अभी तक पंजीयन नहीं कराया है वे पुलिस थाने में जाकर अपने रिक्शे का पंजीयन करा सकते हैं। कलेक्टर व पुलिस अधीक्षक ने निर्देश दिए कि बगैर पंजीयन के कोई ई-रिक्शा मिले तो उसे जब्त किया जाए। अधिकारी द्वय ने यह भी निर्देश दिए कि पंजीकृत सभी ई-रिक्शा की नम्बरिंग व कलर कोडिंग की जाए।

ज्ञात हो कि गत 23 से 29 जून तक शहर में आधा दर्जन स्थानों पर विशेष शिविर लगाकर ई-रिक्शा का पंजीयन किया गया था। इस दौरान कुल 4 हजार 456 ई-रिक्शा पंजीकृत किए गए हैं।

हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश/नेहा