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रीवाः कलेक्टर ने आम का पौधा रोपित कर किया वृक्षारोपण महाअभियान का शुभारंभ

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रीवाः कलेक्टर ने आम का पौधा रोपित कर किया वृक्षारोपण महाअभियान का शुभारंभ
रीवाः कलेक्टर ने आम का पौधा रोपित कर किया वृक्षारोपण महाअभियान का शुभारंभ


- जिले में वृक्षारोपण महाअभियान में रोपित होंगे सात लाख पौधे

- इस वर्ष की गर्मी ने हम सबको पर्यावरण संतुलन को बनाए रखने के लिए सचेत किया हैः कलेक्टर

रीवा, 6 जुलाई (हि.स.)। जिले भर में 6 और 7 जुलाई को वृक्षारोपण का महाअभियान चलाया जा रहा है। एक पेड़ माँ के नाम के संकल्प के साथ जिले भर में पौधे रोपित किए जा रहे हैं। इस अभियान में स्वयंसेवी संस्थाओं, सामाजिक संगठनों तथा आमजनता के सहयोग से जिले भर में पौधे रोपित किए जा रहे हैं। कलेक्टर प्रतिभा पाल ने शनिवार को शासकीय कन्या महाविद्यालय में आम का पौधा रोपित कर वृक्षारोपण महाअभियान का शुभारंभ किया। इस अवसर पर जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ सौरभ सोनवणे, अतिरिक्त संचालक उच्च शिक्षा डॉ आरपी सिंह एवं महाविद्यालय के प्राध्यापकों तथा छात्राओं ने भी पौधारोपण किया।

इस अवसर पर कलेक्टर पाल ने कहा कि इस वर्ष की गर्मी ने हम सबको पर्यावरण संतुलन को बनाए रखने के लिए सचेत किया है। लगातार पृथ्वी का बढ़ता तापमान पर्यावरण के साथ-साथ सभी जीवों के लिए बड़ा खतरा है। इसे नियंत्रित करने का एक मात्र उपाय यही है कि हम बड़ी संख्या में पौधे रोपित कर अपनी धरा को हरा-भरा बनाएं। साथ ही जो वृक्ष और वनस्पतियाँ हमारे आसपास उपलब्ध हैं, उन्हें संरक्षित करें। वृक्षारोपण को अपना सामाजिक और प्राकृतिक कर्तव्य मानकर पूरा करें। वृक्षों का महत्व हमें अप्रैल से जून तक की भीषण गर्मी में भलीभांति समझ में आता है। कड़ी धूप में छोटा सा वृक्ष भी बड़ी शीतलता देता है। उन्होंने कहा कि जिले भर में 30 जुलाई तक वृक्षारोपण का महाअभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान में हर व्यक्ति कम से कम एक पौधा अवश्य रोपित करे।

कलेक्टर ने कहा कि वृक्षारोपण महाअभियान में जिले में सात लाख पौधे रोपित किए जाएंगे। वन विभाग, ग्रामीण विकास विभाग, शिक्षा विभाग, तथा अन्य विभागों ने इसके लिए पूरी तैयारी कर ली है। जिले की चार पहाड़ियों को पौधे रोपित करके हरियाली की चादर ओढ़ायेंगे। किसान अपने खेतों की मेड़ पर फलदार और छायादार वृक्ष लगाएं। विद्यार्थी अपने शिक्षण संस्थान परिसर तथा घरों के आसपास पौधे रोपित करें। इन पौधों की एक साल तक देखभाल कर लेंगे तो इनका जीवन सुरक्षित रहेगा। पौधों का जीवन सुरक्षित रहा तो हमारा जीवन भी सुरक्षित रहेगा। जिनके पास जमीन नहीं है वे गमलों में ही छोटे पौधे रोपित करें। देश में सिक्किम ऐसा राज्य है जहाँ 83 प्रतिशत वन है। इसके बावजूद सिक्किम के हर घर में आपको आंगन और बालकनी में सुंदर पौधों के गमले अनिवार्य रूप से मिलेंगे। यह सिक्किम वासियों की पर्यावरण के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है। इसी तरह की प्रतिबद्धता से वृक्षारोपण संरक्षण का अभियान सफल होगा।

समारोह में महाविद्यालय की जनभागीदारी समिति की अध्यक्ष प्रज्ञा त्रिपाठी ने कहा कि वृक्षारोपण करने के साथ हर व्यक्ति उनकी समुचित देखभाल करे। फलदार और छायादार पौधों को रोपित करें। उन्होंने महाविद्यालय को निकट भविष्य में रिक्त हो रहे जिला न्यायालय भवन को प्रदान करने की माँग रखी जिससे बेटियों की शिक्षा को बेहतर किया जा सके।

समारोह में जन अभियान परिषद के जिला समन्वयक प्रवीण पाठक ने बताया कि रीवा शहर में वृक्षारोपण के लिए 40 सुरक्षित स्थानों का निर्धारण कर लिया गया है। इनमें स्वयंसेवी संस्थाओं के सहयोग से पौधे रोपित किए जाएंगे। श्री पाठक ने वायुदूत एप के माध्यम से व्यक्तिगत रूप से रोपित पौधों की जानकारी ऑनलाइन दर्ज करने की प्रक्रिया की भी जानकारी दी। अतिथियों का स्वागत महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ विभा श्रीवास्तव ने किया। समारोह में अर्चना सिंह, प्रोफेसर एचजीआर त्रिपाठी, अन्य प्राध्यापकगण, सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि तथा छात्राएं उपस्थित रहीं।

हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश/नेहा