कुड़मी जनजाति के प्रतिनिधि मंडल केंद्रीय गृह मंत्री से मिलेंगे : शीतल ओहदार
रांची, 14 दिसंबर (हि.स.)। टोटेमिक कुड़मी–कुरमी विकास मोर्चा की केंद्रीय एवं जिला कमेटी की एकदिवसीय बैठक रविवार को रांची स्थित पुराने विधानसभा सभागार में संपन्न हुई। बैठक की अध्यक्षता मोर्चा के केंद्रीय अध्यक्ष शीतल ओहदार ने की। बैठक में कुड़मी समाज के संवैधानिक अधिकारों और भविष्य की रणनीति पर विस्तार से चर्चा की गई।
बैठक को संबोधित करते हुए शीतल ओहदार ने कहा कि कुड़मी समाज लंबे समय से अपने अधिकारों के लिए संघर्ष कर रहा है। धरना, प्रदर्शन, रैली, रेल रोको आंदोलन और संसद भवन घेराव जैसे कई लोकतांत्रिक आंदोलन किए गए, लेकिन केंद्र सरकार अब तक समाज की मांगों पर गंभीर नहीं दिखी है। उन्होंने कहा कि जल्द ही टोटेमिक कुड़मी-कुरमी (महतो) समाज का एक प्रतिनिधि मंडल केंद्रीय गृह मंत्री से मुलाकात करेगा। प्रतिनिधि मंडल कुड़मी समाज को अनुसूचित जनजाति (एसटी) में शामिल करने तथा कुड़माली भाषा को संविधान की आठवीं अनुसूची में दर्ज करने की मांग रखेगा।
शीतल ओहदार ने झारखंड सरकार से कुड़मी बाईसी प्रथा को सम्मिलित करते हुए पेसा कानून को प्रभावी ढंग से लागू करने की मांग की। उन्होंने समाज के बुद्धिजीवियों, युवाओं और महिलाओं से अपील की कि बाईसी प्रथा कुड़मी समाज की ऐतिहासिक धरोहर है, जिसका संरक्षण बेहद आवश्यक है। इसके संरक्षण के बिना समाज की पहचान खतरे में पड़ सकती है।
बैठक में मोर्चा के कई पदाधिकारियों और सदस्यों ने विचार रखे। बैठक में मुख्य रूप से दानिसिंह महतो, सखीचंद महतो, शशि रंजन महतो, ललित मोहन महतो, सोना लाल महतो, राजकुमार महतो, अशोक महतो, रामचंद्र महतो, सहित अन्य लोग मौजूद थे।
---------------
हिन्दुस्थान समाचार / Manoj Kumar

