हत्याकांड का खुलासा, मुख्य आरोपित सहित छह गिरफ्तार
रांची, 08 सितंबर (हि.स.)। रातू थाना क्षेत्र के झखराटांड़ गांव में रविवार की शाम फायरिंग में हुई हत्या के मामले का रांची पुलिस ने घटना के 12 घंटे के अंदर खुलासा कर लिया है। मामले में मुख्य साजिशकर्ता, तीन शूटर सहित छह आरोपितों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपितों के पास से तीन देसी पिस्टल, पांच कारतूस, एक बाइक, एक कार और नौ मोबाइल फोन बरामद किये गये हैं।
गोलीबारी की इस घटना में रवि कुमार (निवासी केरेडारी, हजारीबाग) की मौके पर ही मौत हो गयी थी, जबकि राजबल्लभ गोप उर्फ बलमा गंभीर रूप से घायल हुआ है। मामले में मुख्य साजिशकर्ता कुणाल कुमार उर्फ बसंत यादव ने राजबल्लभ गोप उर्फ बलमा को मारने के लिए सुपारी दी थी, उसने शूटरों को बताया था कि बलमा सफेद टीशर्ट में है। जबकि बलमा का मित्र रवि कुमार भी वहीं था, वह भी सफेद शर्ट पहने हुआ था। भ्रमित होकर शूटरों ने रवि को बलमा समझ कर उस पर अंधाधुंध फायरिंग कर उसकी हत्या कर दी। यह जानकारी डीआइजी सह एसएसपी चंदन कुमार सिन्हा ने सोमवार को संवाददाता सम्मेलन में दी। इस दौरान मुख्यालय डीएसपी-टू अरविंद कुमार, रातू थाना प्रभारी रामनारायण सिंह सहित अन्य पुलिसकर्मी उपस्थित थे।
मामले में गिरफ्तार आरोपितों में कुणाल कुमार उर्फ बसंत यादव, लालमोहन प्रजापति, बबलू यादव, श्रीचंद प्रजापति उर्फ चंदू, विजय प्रजापति उर्फ कालू और मुख्य शूटर इमरोज अंसारी शामिल हैं। एसएसपी के अनुसार रवि , राजबल्लभ उर्फ बलमा का मित्र था। वह हमेशा उससे मिलने के लिए हजारीबाग से आता रहता था। दोनों मित्र के पास बुलेट बाइक है। दोनों मित्रों ने सफेट टी शर्ट और सफेद शर्ट पहन रखा था। शूटरों ने बलमा समझ कर रवि की हत्या कर दी।
एसएसपी ने बताया कि पुलिस जांच में खुलासा हुआ है कि मुख्य आरोपित कुणाल कुमार उर्फ बसंत यादव का अपने पड़ोसी राजबल्लभ गोप से पुराना विवाद था। कुछ दिन पहले बलमा ने बुढ़मू स्थित शिक्षा विभाग कार्यालय में कार्यरत कुणाल के पिता बृज किशोर यादव को झखराटांड़ के मुख्य मार्ग पर पीटा था। उसी रंजिश में कुणाल ने अपने साथियों लालमोहन प्रजापति और बबलू यादव की मदद से अन्य अपराधियों को पांच लाख रुपये सुपारी देकर राजबल्लभ की हत्या की साजिश रची थी। छह सितंबर की शाम अपराधियों ने ठाकुरगांव में बैठक कर योजना बनायी। इसके बाद रातू पहुंचे और चरकू उर्फ प्रदीप लोहरा के घर के बाहर बैठे युवक को राजबल्लभ समझकर गोलियां चला दी। इसमें रवि कुमार की मौत हो गयी और बीच-बचाव में राजबल्लभ भी घायल हो गया।
एसएसपी ने बताया कि गिरफ्तार अपराधियों के विरुद्ध पूर्व में भी कई गंभीर मामले दर्ज हैं। कुणाल कुमार के खिलाफ रातू थाना, लालमोहन और इमरोज के खिलाफ बुढ़मू व मांडर थाना में कई आपराधिक कांड दर्ज हैं। रातू थाना के केस में कुणाल जेल भी जा चुका है।
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हिन्दुस्थान समाचार / विकाश कुमार पांडे

