एसीबी ने श्रवण जालान के ठिकानों पर की छापेमारी, कई सामान जब्त
रांची, 08 दिसंबर (हि.स.)। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने जेल में बंद आईएएस विनय चौबे के करीबी और व्यवसायी श्रवण जालान के यहां छापेमारी में कई सामान जब्त किए हैं। इनमें तीन मोबाइल फोन और जमीन से संबंधित दस्तावेज के अलावा कुछ डिजिटल साक्ष्य शामिल हैं। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) फिलहाल मोबाइल फोन और डिजिटल साक्ष्य को खंगालने में जुटी है। छापेमारी के दौरान श्रवण जालान अपने आवास पर मौजूद नहीं थे। जब तक छापेमारी चलती रही तब तक वह अपने घर और कार्यालय नहीं आए, इसलिए अब एसीबी उन्हें नोटिस जारी कर सकती है।
उल्लेखनीय है कि सोमवार की सुबह झारखंड एसीबी की टीम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए चर्चित व्यवसायी श्रवण जालान के घर और ऑफिस सहित अन्य ठिकानों पर छापेमारी की थी। जिस मामले में श्रवण जालान के ठिकानों पर रेड हुई है, वह आईएएस विनय चौबे से जुड़ा हुआ शराब घोटाला केस बताया गया है।
एसीबी को इस बात की जानकारी मिली है कि विनय चौबे ने अपनी अवैध कमाई का एक बड़ा हिस्सा श्रवण जालान के माध्यम से अलग-अलग जगहों पर इन्वेस्ट किए हैं।
इससे पहले एसीबी की टीम ने रविवार को विनय चौबे की पत्नी स्वप्ना संचिता से 10 घंटे तक पूछताछ की थी। इसके साथ ही एजेंसी ने विनय चौबे के करीबी विनय सिंह की पत्नी स्निग्धा सिंह की तलाश में बिहार के लखीसराय में भी छापेमारी की थी।
निलंबित आईएएस विनय चौबे ने परिवार के साथ की 10 विदेश यात्रा
निलंबित आईएएस अधिकारी विनय चौबे के पारिवारिक सदस्यों ने आठ साल में 10 विदेश यात्राएं की। इन यात्राओं पर करोड़ रुपये खर्च किए गए। इन विदेश यात्राओं का खर्च शिखा नामक महिला ने उठाया। शिखा, विनय चौबे की पत्नी स्वप्ना संचिता की बहन है।
चौबे की साली की ओर से अपनी बहन और जीजा की विदेश यात्राओं के करोड़ों का खर्च उठाने को एसीबी के अधिकारी आश्चर्यजनक मान रहे हैं।
एसबी की ओर से विनय चौबे की आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के मामले की जांच के दौरान यह पाया गया है कि चौबे के पारिवारिक सदस्यों ने वर्ष 2017 से 2024 तक की अवधि में 10 विदेश यात्राएं की। चौबे के पारिवारिक सदस्यों ने इस अवधि में जिन देशों की यात्राएं की उसमें अमेरिका, ब्रिटेन, डेनमार्क, थाईलैंड, ऑस्ट्रिया और इटली सहित दूसरे देश शामिल है।
जांच में पाया गया है कि इन विदेश यात्राओं का खर्च विनय चौबे की साली शिखा ने उठाया। शिखा द्वारा अपनी बहन और बहनोई की विदेश यात्राओं के करोड़ों का खर्च उठाना आश्चर्यजनक और संदेहास्पद है।
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हिन्दुस्थान समाचार / विकाश कुमार पांडे

