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नेपाल की संसद में गूंजा धार्मिक अनास्था को लेकर अमेरिकी फंडिंग का मुद्दा

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काठमांडू, 31 मार्च (हि.स.)। नेपाल में धार्मिक अनास्था फैलाने के लिए अमेरिकी संस्था द्वारा बडे़ पैमाने पर फंडिंग किए जाने का मामला रविवार को संसद में भी गूंजा। कई दलों के सदस्यों ने इस मुद्दे पर संसद में प्रधानमंत्री के जवाब की मांग की है।

नेपाली संसद के निचले सदन प्रतिनिधि सभा में नेपाली कांग्रेस की सदस्य रमा कोईराला ने यह मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि देश में धार्मिक अनास्था फैलाने के लिए अमेरिकी फंडिंग का मामला मीडिया में आने के बाद भी सरकार खामोश है। कोइराला ने कहा कि यह सीधे-सीधे हिन्दू धर्म पर प्रहार है। देश की सनातन संस्कृति के खिलाफ फंडिंग होने के मामले में खुद प्रधानमंत्री को इस बारे में सदन में आकर जवाब देना चाहिए।

राष्ट्रीय प्रजातंत्र पार्टी के राजेन्द्र लिंग्देन ने कहा कि जिस दिन यह खबर मीडिया में आई उसके अगले दिन ही उन्होंने अमेरिकी राजदूत को बुला कर इस संबंध में जानकारी ली थी। लिंग्देन ने कहा कि जिस तरह से अमेरिकी संसद में वहां के एक कांग्रेसमैन ने इस मामले को उठाया है उसके बाद भी नेपाल सरकार को इस मामले को गंभीरतापूर्वक लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर सरकार इस विषय में नहीं बोलेगी या अपना विरोध दर्ज नहीं करती है तो यह समझा जाएगा कि कहीं ना कहीं नेपाल सरकार भी इसमें संलग्न है। लिंग्देन ने कहा कि तत्काल अमेरिकी राजदूत को तलब कर इस मामले में पूछताछ करनी चाहिए। उन्होंने धार्मिक अनास्था फैलाने के मामले की जांच कराने की भी मांग की है।

जनता समाजवादी पार्टी के प्रमुख सचेतक प्रदीप यादव ने कहा कि नेपाल में कौन लोग हैं और कौन सी संस्था है जो अमेरिका से फंडिंग लेकर यहां धार्मिक अनास्था फैलाने का काम कर रही है। यह जांच का विषय है और सरकार को बिना देरी इसकी जांच करवानी चाहिए।

हिन्दुस्थान समाचार/पंकज दास/पवन