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नेपाल : प्रधानमंत्री को विश्वास का मत लेने से रोकने का विपक्षी मोर्चा का निर्णय

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काठमांडू, 19 मई (हि.स.)। सत्तापक्ष और विपक्षी दलों के बीच संभावित सहमति नहीं होने से सोमवार को प्रधानमंत्री द्वारा संसद में लिए जाने वाले विश्वास के मत पर अनिश्चितता की स्थिति बनी हुई है।

सहकारी घोटाले में गृहमंत्री की संलग्नता की जांच के लिए संसदीय समिति के गठन पर सत्ता पक्ष और विपक्षी दलों के बीच सहमति तो बन गई थी लेकिन उसमें गृहमंत्री का नाम रखने और नहीं रखने को लेकर सहमति नहीं बन पाने के कारण संसद का अवरोध जारी रखने का निर्णय किया गया है। विपक्षी दलों की बैठक के बाद नेपाली कांग्रेस के महामंत्री गगन थापा ने पत्रकार सम्मेलन कर कहा कि सोमवार को प्रधानमंत्री द्वारा विश्वास का मत लेने का विरोध किया जाएगा। थापा ने कहा कि कल सुबह 11 बजे तक यदि संसदीय समिति पर सहमति जुटती है तो ठीक वरना सदन में तोई भी कार्रवाही नहीं चलने दी जाएगी।

प्रधानमंत्री के तरफ से सोमवार को प्रतिनिधि सभा में विश्वास का मत लेने की कार्यसूची रखी गई है। प्रधानमंत्री प्रचण्ड पांचवीं बार सदन में विश्वास का मत लेने जा रहे हैं। प्रचण्ड को समर्थन कर रहे जनता समाजवादी पार्टी नेपाल के तरफ से समर्थन वापस लेने के बाद संवैधानिक प्रावधानों के मुताबिक 30 दिन के भीतर विश्वास का मत लेना है। तेजी से बदलते राजनीतिक हालात ते बीच प्रधानमंत्री समर्थन वापस लेने के एक हफ्ते बाद ही विश्वास का मत ले रहे हैं।

हिन्दुस्थान समाचार/ पंकज दास/प्रभात