ओडेसा में नाटो महासचिव ने दोहराया समर्थन, यूक्रेन को 22 अरब डॉलर की सुरक्षा सहायता का वादा

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ओडेसा (यूक्रेन), 15 अप्रैल (हि.स.)। नाटो महासचिव मार्क रूटे ने मंगलवार को यूक्रेन के बंदरगाह शहर ओडेसा का दौरा करते हुए यूक्रेन के प्रति गठबंधन के अटूट समर्थन को दोहराया। उन्होंने कहा कि वर्ष 2025 की पहली तिमाही में नोटो सहयोगी देशों ने यूक्रेन को 20 अरब यूरो (लगभग 22 अरब डॉलर) की सुरक्षा सहायता देने का संकल्प लिया है।

रूटे ने यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में कहा, “मैं यहां इसलिए हूं क्योंकि मैं मानता हूं कि यूक्रेन के नागरिकों को अपने देश में वास्तविक शांति और सुरक्षा का अधिकार है।” ओडेसा के एक अस्पताल में उन्होंने ज़ेलेंस्की के साथ घायल सैनिकों से भी मुलाकात की।

यह दौरा ऐसे समय हुआ जब हाल ही में रूस ने उत्तर-पूर्वी शहर सुमी पर दो बैलिस्टिक मिसाइलों से हमला किया, जिसमें 35 नागरिकों की मौत हो गई थी, जिनमें दो बच्चे भी शामिल थे, और 119 लोग घायल हुए थे। इससे पहले, 04 अप्रैल को ज़ेलेंस्की के गृहनगर क्रिवी रिह पर भी मिसाइल हमला हुआ था, जिसमें 20 लोगों की जान गई थी।

रूटे ने हालिया हमलों को भीषण हिंसा करार देते हुए कहा, “इन हालात में बातचीत आसान नहीं है, लेकिन हम अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा शुरू की गई शांति वार्ताओं का समर्थन करते हैं।”

बता दें कि ट्रंप के नेतृत्व में सऊदी अरब में कीव और मॉस्को के बीच कई दौर की बातचीत हो चुकी है। हालांकि, रूस ने युद्धविराम के लिए कई शर्तें लगाकर इस प्रक्रिया को रोक रखा है। इसके बीच, यूरोपीय देशों और यूक्रेन ने मिलकर एक बहुराष्ट्रीय सुरक्षा ढांचा तैयार करने की दिशा में काम शुरू कर दिया है, जिसे कोएलिशन ऑफ द विलिंग कहा जा रहा है। इसका उद्देश्य युद्धविराम के बाद भविष्य में किसी भी रूसी आक्रामकता को रोकना है।

जेलेंस्की ने बताया कि तुर्की ब्लैक-सी की सुरक्षा सुनिश्चित करने में अहम भूमिका निभा सकता है। तुर्की में चल रही बैठक में यूक्रेन, फ्रांस, ब्रिटेन और तुर्की के सैन्य प्रतिनिधि इस विषय पर चर्चा कर रहे हैं।

नाटो प्रमुख ने कहा, “यह वार्ता इस बात का संकेत है कि हम भविष्य की सुरक्षा तैयारियों की दिशा में गंभीर हैं।”

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हिन्दुस्थान समाचार / आकाश कुमार राय