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कंबोडिया का आरोप: थाईलैंड ने अंगकोर मंदिरों वाले प्रांत पर किया हवाई हमला, सीमा संघर्ष और तेज

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फ्नोम पेन्ह, 15 दिसंबर (हि.स.)। कंबोडिया ने थाईलैंड पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि थाई सेना ने उसके क्षेत्र में गहराई तक घुसकर सीएम रीप प्रांत में बमबारी की है। यह वही प्रांत है, जहां विश्व प्रसिद्ध और यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल अंगकोर मंदिर परिसर स्थित है। सीमा विवाद के नए दौर में यह पहली बार है जब इस प्रांत को निशाना बनाया गया है।

कंबोडिया के रक्षा मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा कि 15 दिसंबर को एक थाई लड़ाकू विमान ने सीएम रीप प्रांत के स्रेई स्नाम जिले में एक विस्थापित नागरिक शिविर के पास बम गिराए। यह इलाका अंगकोर वाट मंदिर परिसर से दो घंटे से भी कम दूरी पर स्थित है। सूचना मंत्री नेथ फेकत्रा ने इसे हालिया संघर्ष के दौरान थाई सेना की अब तक की सबसे अंदरूनी कार्रवाई बताया, जो सीमा से 70 किलोमीटर से अधिक भीतर बताई जा रही है।

इस हमले के बाद पहले से विस्थापित सैकड़ों परिवारों को अपने अस्थायी शिविर छोड़कर दोबारा सुरक्षित स्थानों की ओर भागना पड़ा। कंबोडिया का कहना है कि थाई सेना ने पहली बार सीएम रीप प्रांत को निशाना बनाया है, जिससे हालात और गंभीर हो गए हैं।

कंबोडिया और थाईलैंड के बीच दिसंबर में फिर से शुरू हुए संघर्ष में अब तक कम से कम 31 लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें सैनिकों के साथ-साथ आम नागरिक भी शामिल हैं। अधिकारियों के अनुसार, इस हिंसा के चलते करीब आठ लाख लोग अपने घर छोड़ने को मजबूर हुए हैं। दोनों देश एक-दूसरे पर संघर्ष शुरू करने और नागरिक इलाकों को निशाना बनाने के आरोप लगा रहे हैं।

यह सीमा विवाद औपनिवेशिक दौर में तय की गई करीब 800 किलोमीटर लंबी सीमा रेखा से जुड़ा है, जिस पर दशकों से तनाव बना हुआ है। इसी साल जुलाई में भी पांच दिन तक चले संघर्ष में कई लोगों की जान गई थी, जिसके बाद संघर्षविराम हुआ, लेकिन वह ज्यादा समय तक टिक नहीं सका।

सीएम रीप प्रांत पर हमले की खबरों से कंबोडिया के पर्यटन उद्योग में चिंता बढ़ गई है। अंगकोर मंदिर देश का सबसे बड़ा पर्यटन आकर्षण है और कंबोडिया की अर्थव्यवस्था काफी हद तक पर्यटन पर निर्भर करती है। कंबोडिया एसोसिएशन ऑफ ट्रैवल एजेंट्स की अध्यक्ष छाय सिवलिन के अनुसार, थाई सीमा के रास्ते कंबोडिया आने वाले कई पर्यटकों ने अपनी यात्राएं रद्द कर दी हैं या वियतनाम और लाओस के रास्ते आने की योजना बना रहे हैं। पहले से बुकिंग करा चुके कई पर्यटक भी अपनी यात्रा टालने के बारे में पूछताछ कर रहे हैं।

हालांकि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में दावा किया था कि दोनों देशों के बीच 13 दिसंबर की रात से संघर्षविराम पर सहमति बन गई है, लेकिन इसके बावजूद झड़पें जारी रहीं। थाईलैंड ने संघर्षविराम के दावे को खारिज किया है और दोनों पक्षों के सैन्य अधिकारियों ने 15 दिसंबर को भी सीमा पर लड़ाई जारी रहने की पुष्टि की है।

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हिन्दुस्थान समाचार / आकाश कुमार राय