मंडी संसदीय क्षेत्र के साथ लाहुल-स्पीति विधानसभा सीट जीत कर सरकार के संकट को करेंगे दूर: विक्रमादित्य
मंडी, 03 अप्रैल (हि. स.)। लोकसभा चुनावों को लेकर चल रहे घमासान के बीच प्रदेश की सबसे बड़ी मंडी संसदीय सीट के प्रभारी लोकनिर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि छह विधायकों के भाजपा में जाने से सरकार पर कोई संकट नहीं है। और अगर संकट है भी तो वह मंडी संसदीय क्षेत्र से लाहुल-स्पीति विधानसभा सीट को मंडी संसदीय सीट के साथ जीत कर दूर किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में चार लोकसभा और छह विधानसभा सीटों पर चुनाव होने जा रहे हैं। मंडी संसदीय क्षेत्र की चुनावी रणनीतिक बैठक को संबोधित करते हुए विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि प्रदेश सरकार का डेढ़ साल का कार्यकाल चुनौतियों भरा रहा। जिससे मु यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व में उभरने का प्रयास किया गया। सबसे बड़ी चुनौती तो आर्थिक संकट के रूप में रही पूर्व की जयराम सरकार अस्सी हजासर करोड़ का कर्ज छोड़ कर गई थी। लेकिन मु यमंत्री सुखविदर सिंह सुक्खू ने सही तरीके से प्रबंधन कर सरकार की आय बढ़ाने का प्रयास किया। वाटर सेस लगाने के लिए आयोग का गठन किया, जिसके विरोध में विपक्ष वाले कोर्ट में चले गए। इसे आने वाले समय में हायर कोर्ट में चुनौती दी जाएगी।
उन्होंने कहा कि अब हमें लोगों के बीच जाना है और लोगों की बातों को ध्यनपूर्वक सुनना है। वहीं लोगों की भावनाओं को आने वाले समय में बेहतरीन तरीके से हल करना होगा। विक्रमादित्य ने कहा कि प्राकृतिक आपदा का कहर भी इसी सरकार को झेलना पड़ा। विपक्ष के नेता जयराम ठाकुर मीडिया में बयानकाजी करते रहे और विधानसभा सत्र बुलाने की मांग करते रहे। जबकि मु यमंत्री और मंडी की सांसद मंडी संसदीय क्षेत्र में लोगों के बीच जाकर लोगों की मदद की। युद्धस्तर पर कार्य करते हुए बिजली -पानी और यातायात बहाल करवाया गया।
उन्होंने कहा कि इस समय केंद्र सरकार की जवाबदेही है कि वह आपदा के समय कसौटी पर खरी नहीं उतरी। विशेष पैकेज के रूप में 12 हजार करोड़ के पैकेज की मांग को अनसुना कर दिया गया।
कंगना की शब्दावली की भी जवाबदेही
विक्रमादित्य ने कहा कि भाजपा मायाजाल बुनने का प्रयास कर रही है और मुबई से अभिनेत्री कंगना रनौत को चुनाव लडऩे के लिए बुलाया है। उन्होंने कहा कि कंगना के खिलाफ अभद्र टिपणियां सहन नहीं की जाएगी। लेकिन जवाबदेही तो कंगना की भी बनती है। उन्होंने कहा कि कंगना ने जिस तरह की शब्दावली का प्रयोग दूसरी अभिनेत्रियों के खिलाफ किया है । उन्होंने कहा कि जब दूसरों पर कीचड़ उच्छालेंगे तो दाग सबके दामन पर लगेगा। इस तरह का दोहरा मापदंड नहीं चलेगा। इज्जत चाहहिए तो दूसरों की इज्जत करना सीखे। उन्होंने कहा कि हिमाचल की संस्कृति इस तरह की बातों की इजाजत नहीं देती।
उपचुनाव मेें हुआ राजनीतिक कायाकल्प
विक्रमादित्य ने कहा कि 2021 का मंडी संसदीय क्षेत्र का उप चुनाव राजनीतिक दृष्टि से कायाकल्प करने वाला साबित हुआ है। इस यह चुनाव पूर्व की जयराम सरकार के कफन का कील साबित हुआ है। उन्होंने कहा कि अब निर्णयक लड़ाई है जिसे जीतने के लिए लडऩा होगा और इन चुनावों में मजबूती से उतरना है। विक्रमादित्य ने कहा कि वे वीरभद्र सिंह के बताए रास्ते पर ही आगे बढ़ेगें दलगत और दबाव की राजनीति से ऊपर उठकर हिमाचल के हितों के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। उन्होंने कहा कि उन्होंने हिमाचल के लिए केंद्रीय मंत्रियों से मिलकर करीब 2800 करोड़ केंद्र से लाने में सफलता हासिल की है।
विक्रमादित्य ने कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर बहुत ही बरुरे हालात बन चुके हैं। केंद्र सरकार सरकारी एजेंसियों का दुरूपयोग कर रही है। दो-दो मु यमंत्री तिहाड़ जेल में बैठे हैं। सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र की दमनकारी नीतियों के खिलाफ निर्णय देते हुए एक नेता को न केवल जमान दी ,बल्कि राजनीतिक गतिविधियों में भाग लेने की अनुमति भी दी है। उन्होंने कहा कि भाजपा में शामिल होने के बाद सारे केस वापस ले लिए जाते हैं।
कांग्रेस का एक-एक कार्यकर्ता भाजपा के दस पर भारी: विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि वर्तमान घटनाक्रम में सरकार और कांग्रेस पर संकट है। लेकिन कांग्रेस का एक-एक कार्यकर्ता भाजपा के दस-दस पर भारी पड़ेगा। उन्होंने कहा कि कार्यकर्ता आपसी तालेमेल से कार्य करें। कार्यकर्ताओं का अहम भारी भी पड़ सकता है। इससे सावधान रहना होगा।
हिन्दुस्थान समाचार/मुरारी/सुनील