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15 महीनों में ही फ्लॉप हो गई सुख की सरकार फिल्म: जयराम ठाकुर

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15 महीनों में ही फ्लॉप हो गई सुख की सरकार फिल्म: जयराम ठाकुर
15 महीनों में ही फ्लॉप हो गई सुख की सरकार फिल्म: जयराम ठाकुर


मंडी, 14 मई (हि.स.)। पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने उन्हें सीएम सुक्खू द्वारा फ्लॉप डायरेक्टर कहे जाने का करारा जबाव दिया है। आज भाजपा प्रत्याशी कंगना रनौत की नामांकन रैली में जयराम ठाकुर ने सीएम सुक्खू पर गरजते हुए कहा कि फ्लॉप डायरेक्टर वो नहीं बल्कि सीएम सुक्खू हैं जिनकी सरकार मात्र 15 महीनों में ही फ्लॉप हो गई। सुख की सरकार और व्यवस्था परिवर्तन की जो फिल्म सुखविंदर सिंह सुक्खू बना रहे थे वो बूरी तरह से फ्लॉप हो गई है।

जयराम ठाकुर ने सीएम को सलाह दी कि आजकल जो उनके करीबी बने हैं वहीं नेतृत्व परिवर्तन का इंतजार कर रहे हैं और इस बात के संकेत कांग्रेस हाईकमान ने भी दे दिए हैं कि लोकसभा चुनावों के बाद नेतृत्व परिवर्तन तय है। उन्होंने सीएम सुक्खू को ऐसे करीबियों से बचकर रहने की सलाह दी।जयराम ठाकुर ने इस मौके पर कांग्रेस प्रत्याशी विक्रमादित्य सिंह पर भी तीखा जुबानी हमला बोला।

उन्होंने कहा कि आज विक्रमादित्य सिंह विजन की बड़ी बड़ी बातें कह रहे हैं। बेहतर होता कि यह विजन उन्होंने अपने परिवार को दिया होता जिन्होंने मंडी पर इतने लंबे समय तक राज किया तो आज मंडी की दशा कुछ और होती। जयराम ने कहा कि कांग्रेस के प्रत्याशी प्रदेश सरकार की कैबिनेट में बैठकर मंडी के विकास को रोकने वाले निर्णयों पर हस्ताक्षर करते रहे।

जयराम ठाकुर ने कहा कि मंडी आकर कांग्रेस के नेता जिस तरह से मंडी के मान-सम्मान और स्वाभिमान को ठेस पहुंचा रहे हैं और उसके बाद यहां के लोगों से वोट की उम्मीद रख रहे हैं, ऐसा कभी हो ही नहीं सकता। मंडी को गाली देकर यहां के लोगों से वोट की उम्मीद रखना कांग्रेसी छोड़ दें। जयराम ठाकुर ने कहा कि आज मंडी में भाजपा की ऐतिहासिक रैली ने कांग्रेस की चुनावी गाड़ी के टायर को पूरी तरह से पंचर कर दिया है।

नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि हिमाचल प्रदेश देवताओं की धरती है। मंडी माण्डव ऋषि की धरती है। कांग्रेस के नेता देवभूमि और देवभूमि को बेटी का अपमान करके मण्डी संसदीय क्षेत्र के लोगों से सहयोग की अपेक्षा कर रहे हैं। आज के इस अपार जनसैलाब ने बता दिया कि अपमान के बदले सहयोग नहीं मिल सकता है। कांग्रेस के बड़े-बड़े नेताओं ने जब मण्डी का अपमान किया तो हिमाचल कांग्रेस के नेताओं ने भी चुप रह कर उनका समर्थन किया। डेढ़ साल सत्ता में रहने के बाद आज वह अपने काम के नाम पर वोट नहीं माँग रहे हैं। आख़िर वोट कैसे माँगेंगे, जब विकास के बजाय प्रदेश को पीछे ले जाने का काम किया है। संस्थानों को बंद किया है। मण्डी विश्वविद्यालय को बंद करने का प्रयास किया है। एयरपोर्ट का काम आगे नहीं बढ़ने दिया। अब किस मुंह से इनके नेता वोट मांग रहे हैं।

हिन्दुस्थान समाचार/ मुरारी/सुनील