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हिमाचल उपचुनाव : शाम 5 बजे तक 68 फ़ीसदी मतदान, नालागढ़ में सबसे ज्यादा मतदान

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हिमाचल उपचुनाव : शाम 5 बजे तक 68 फ़ीसदी मतदान, नालागढ़ में सबसे ज्यादा मतदान


शिमला, 10 जुलाई (हि.स.)। हिमाचल प्रदेश की देहरा, हमीरपुर और नालागढ़ विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनाव के लिए बुधवार को शाम 5 बजे तक औसतन 68 फीसदी मतदान हुआ है। राज्य निर्वाचन विभाग के अनुसार इस अवधि में तीनों क्षेत्राों में नालागढ़ में सबसे अधिक 75.2 फ़ीसदी, हमीरपुर में 65.8 फीसदी और देहरा में 63.9 फ़ीसदी मतदान दर्ज किया गया है। मतदान शाम छह बजे तक हुआ है। ऐसे में मतदान का प्रतिशत बढ़ेगा।

बुधवार को राज्य की तीनों विधानसभा सीटों के लिए मतदान सुबह 7 बजे शुरू हुआ था। सुबह के समय मतदान की रफ्तार काफी धीमी रही और शुरुआती दो घण्टों में महज 16 फीसदी मतदान रहा। पूर्वान्ह 11 बजे तक 32 फीसदी, दोपहर 1 बजे तक 48 फीसदी और अपरान्ह 3 बजे तक 59 फीसदी मतदान दर्ज किया गया था। तीनों सीटों पर उपचुनावों के नतीजे 13 जुलाई को घोषित होंगे।

तीनों विधानसभा क्षेत्रों में 2 लाख 55 हज़ार 4 सौ अधिक मतदाता हैं। तीनों क्षेत्रों में 13 प्रत्याशी किस्मत आजमा रहे हैं। कांगड़ा और नालागढ़ में पांच-पांच जबकि हमीरपुर विधानसभा सीट के लिए तीन प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं।

निर्वाचन आयोग के मुताबिक हमीरपुर विधानसभा क्षेत्र में 78,095 मतदाता हैं। इसी तरह नालागढ़ में 94,755 और देहरा में 86,520 मतदाता हैं। इन तीनों सीटों पर मुख्य मुकाबला कांग्रेस व भाजपा के बीच है। देहरा विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र से मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की धर्मपत्नी व कांग्रेस की कमलेश ठाकुर और भाजपा के होशियार सिंह के बीच मुकाबला है। वहीं हमीरपुर सीट पर भाजपा के आशीष शर्मा और कांग्रेस के डॉक्टर पुष्पेंद्र वर्मा, जबकि नालागढ़ सीट पर कांग्रेस के हरदीप सिंह बाबा और भाजपा प्रत्याशी केएल ठाकुर के बीच मुकाबला है। हमीरपुर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और पूर्व केंद्रीय मंत्री व सांसद अनुराग सिंह ठाकुर का गृह जिला है। ऐसे में यह उपचुनाव दोनों नेताओं के लिए प्रतिष्ठा का सवाल बन गया है।

चुनाव परिणाम से कांग्रेस सरकार पर काेई असर नहीं

विधानसभा उपचुनाव के नतीजों का सतारूढ़ कांग्रेस सरकार पर कोई असर नहीं पड़ेगा, क्योंकि सुक्खू सरकार पहले से ही बहुमत में है। विधानसभा में मौजूदा समय में विधायकों की कुल संख्या 65 है। इनमें कांग्रेस के 38 और भाजपा के 27 विधायक हैं। मतदान के बाद नतीजे जो भी हों, सुक्खू सरकार के पास फिर भी बहुमत रहेगा। बता दें कि तीन निर्दलीय विधायकों के इस्तीफे के कारण उपचुनाव हो रहे हैं। ये तीनों पूर्व निर्दलीय विधायक भाजपा की टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं।

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हिन्दुस्थान समाचार / उज्जवल शर्मा / सुनील कुमार सक्सैना