home page

खेलों में उत्कृष्टता के लिए विज्ञान, पोषण और तकनीक का संयोजन अनिवार्य: राज्यपाल

 | 
खेलों में उत्कृष्टता के लिए विज्ञान, पोषण और तकनीक का संयोजन अनिवार्य: राज्यपाल


खेलों में उत्कृष्टता के लिए विज्ञान, पोषण और तकनीक का संयोजन अनिवार्य: राज्यपाल


-हरियाणा के राज्यपाल प्रो. असीम

घोष ने खेल विश्वविद्यालय, राई के दीक्षांत समारोह में की शिरकत

सोनीपत, 8 दिसंबर (हि.स.)। सोनीपत के राई स्थित हरियाणा खेल विश्वविद्यालय के

दीक्षांत समारोह में सोमवार को हरियाणा के राज्यपाल एवं कुलाधिपति प्रोफेसर असीम घोष

ने बतौर मुख्य अतिथि कहा कि खेलों में उत्कृष्टता केवल शारीरिक क्षमता का परिणाम नहीं,

बल्कि विज्ञान आधारित प्रशिक्षण, मानसिक दृढ़ता, पोषण विज्ञान, मनोविज्ञान और तकनीक

का संयोजन अनिवार्य है। उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त की कि विश्वविद्यालय ने इस समग्र

मॉडल के आधार पर एक सुदृढ़ खेल-पारिस्थितिकी तैयार की है।

राज्यपाल

ने राष्ट्रीय और अंतर-विश्वविद्यालय प्रतियोगिताओं में प्राप्त 61 पदकों, जिनमें

13 स्वर्ण शामिल हैं, के लिए विद्यार्थियों और प्रशिक्षकों को बधाई देते हुए कहा कि

यह सफलता विश्वविद्यालय की गुणवत्ता, अनुशासन और विद्यार्थियों की इच्छाशक्ति का प्रमाण

है। उन्होंने विश्वास जताया कि हरियाणा खेल विश्वविद्यालय आने वाले समय में देश के

अग्रणी खेल शिक्षा संस्थानों में शामिल होगा और खेलों में हरियाणा की भूमिका को और

मजबूत करेगा।

राज्यपाल

ने मिशन ओलंपिक 2036 का उल्लेख करते हुए कहा कि भारत 70 पदक हासिल करने के लक्ष्य की

ओर बढ़ रहा है और हरियाणा भी 36 पदकों के संकल्प के साथ इसमें महत्वपूर्ण योगदान देगा।

उन्होंने कहा कि यह विश्वविद्यालय इस राष्ट्रीय लक्ष्य को पूरा करने में अग्रणी भूमिका

निभाएगा। समारोह में 205 विद्यार्थियों को उपाधियाँ प्रदान की गईं। राज्यपाल ने स्नातक

विद्यार्थियों को शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि विनम्रता, अनुशासन और निरंतर प्रयास ही

आगे की यात्रा में उनकी सबसे बड़ी शक्ति होंगे।

कार्यक्रम

की विशिष्ट अतिथि विधायक कृष्णा गहलावत ने कहा कि राई स्थित यह विश्वविद्यालय हरियाणा

का पहला विशेष संस्थान है जो केवल खेल शिक्षा के लिए स्थापित किया गया है। उन्होंने

कहा कि अल्प समय में विश्वविद्यालय ने अनुशासन, प्रतिबद्धता और दूरदृष्टि के साथ राष्ट्रीय

ही नहीं, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी पहचान बनाई है। उन्होंने कुलपति अशोक कुमार के प्रयासों

की प्रशंसा करते हुए कहा कि विश्वविद्यालय खिलाड़ी, कोच, विश्लेषक और खेल विज्ञान विशेषज्ञ

तैयार कर रहा है जो देश के खेल ढांचे को मजबूत करेंगे।

कुलपति

अशोक कुमार ने प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत करते हुए बताया कि इस वर्ष डिग्री लेने वाले

205 विद्यार्थियों में से 130 रोजगार प्राप्त कर चुके हैं, जबकि कई ने अपनी अकादमी

स्थापित कर स्वरोजगार शुरू किया है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय देश के शीर्ष खेल

संस्थानों में तेजी से उभर रहा है और यहां से उत्तीर्ण विद्यार्थी भविष्य में संस्थान

का गौरव बढ़ाएंगे। समारोह में प्रथम महिला मित्रा घोष, उपायुक्त सुशील सारवान, पांचजन्य

के संपादक हितेश शंकर सहित अनेक अतिथि उपस्थित रहे।

---------------

हिन्दुस्थान समाचार / नरेंद्र शर्मा परवाना