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सिरसा: गरीब मासूम बच्चों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ कर रही सरकार: केडिया

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सिरसा: गरीब मासूम बच्चों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ कर रही सरकार: केडिया


मिड डे मील की जांच के लिए निगरान समितियों का जिलास्तर पर गठन किया जाए

सिरसा, 10 जुलाई (हि.स.)। हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के डेलीगेट नवीन केडिया ने प्रदेशभर के स्कूलों में मिड डे मील की गुणवत्ता पर प्रश्नचिन्ह लगाते हुए प्रदेश सरकार की खिंचाई की है और आरोप लगाया है कि प्रदेश सरकार राजकीय स्कूलों में पढ़ने वाले गरीब बच्चों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ कर रही है।

नवीन केडिया नें जारी बयान में कहा कि पंचकूला में विधानसभा स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता के औचक निरीक्षण के दौरान मिड डे मील के राशन के चावल खराब मिले। इसी तरह से आटा भी खाने योग्य नहीं था। अन्य सामान के निरीक्षण में कुछ भी ठीक स्थिति में नहीं पाया गया। प्रदेश के अन्य स्कूलों में भी अनेक बार मिड डे मील के राशन में खराबी देखने को मिली है। यह छोटे मासूम बच्चों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ है जिसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।

कांग्रेस नेता ने कहा कि एक तरफ जहां सरकार बीपीएल कार्डधारकों के राशन में तेल की कटौती कर रही है वहीं स्कूलों में पढ़ने वाले मासूमों के स्वास्थ्य को दांव पर लगा रही है। इससे साफ जाहिर है कि इस कारपोरेट रक्षक सरकार को आम आदमी की जिंदगी की कोई परवाह नहीं है। लगातार बढ़ रही महंगाई ने वैसे ही गरीब आदमी का तेल निकाल दिया है। उस पर भी सरकार का यह निहोरा कि वह गरीबों को राशन मुहैया करवा रही है, साफ जुमलेबाजी और फरेब है।

केडिया ने कहा कि कांग्रेस शासन के दौरान गरीब लोगों के हितों को सुरक्षित करने के लिए व्यापक स्तर पर कदम उठाए गए थे। अनुसूचित जातियों के लोगों को मु त टूटी-टंकी दी गई थी परंतु इस सरकार ने उन्हें शुद्ध पानी तक से महफूज कर दिया है। आज गरीब आदमी न्याय से वंचित हो गया है। युवाओं को पेपर लीक होने की व्यथा से जूझना पड़ रहा है और छोटे-छोटे मासूमों को जहरीला अनाज खिलाया जा रहा है।

नवीन केडिया ने सरकार से पुरजोर मांग की कि पूरे प्रदेश में जिलास्तर पर निगरान कमेटियों का गठन करके मिड डे मील के राशन की गुणवत्ता की जांच करवाई जाए। दोषी मु य शिक्षकों और संंबंधित अधिकारियों को दंडित किया जाए।

हिन्दुस्थान समाचार / रमेश डाबर / Sanjeev Sharma