हिसार : मच्छरों की रोकथाम के लिए प्रत्येक रविवार को मनाया जाए ‘ड्राई डे’: सी. जयाश्रद्धा
डेंगू एवं मलेरिया से बचाव के लिए जिला प्रशासन सक्रियजिले में 5611 व्यक्तियों को घरों में लारवा मिलने पर दिया नोटिस, डेंगू के 552 केस दर्ज हिसार, 30 नवंबर (हि.स.)। जिला प्रशासन ने डेंगू और मलेरिया जैसी वेक्टर जनित बीमारियों की रोकथाम और बचाव के लिए विशेष अभियान शुरू किया है। इसके तहत अतिरिक्त उपायुक्त ने जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी को निर्देश दिए हैं कि सभी गांवों में फॉगिंग करवाना सुनिश्चित किया जाए। अतिरिक्त उपायुक्त ने जनता से भी अपील की है कि मच्छरों की रोकथाम के लिए प्रत्येक रविवार को ‘ड्राई डे’ के रूप में मनाया जाए, जिसमें पानी जमा होने वाले स्थानों की सफाई सुनिश्चित की जा सके।अतिरिक्त उपायुक्त सी. जयाश्रद्धा शनिवार को लघु सचिवालय स्थित एडीसी कार्यालय में बैठक को संबोधित कर रही थी। अतिरिक्त उपायुक्त सी. जयाश्रद्धा ने नगर निगम, जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी कार्यालय, सिविल सर्जन कार्यालय, लोक निर्माण विभाग, जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग, हरियाणा राज्य परिवहन, शिक्षा विभाग, आयुष विभाग और समेकित बाल विकास परियोजना के कार्यक्रम अधिकारियों को अपने-अपने विभागों का नोडल अधिकारी नियुक्त करने के निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों को विभागीय स्तर पर डेंगू और मलेरिया की रोकथाम के लिए व्यापक उपाय लागू करने के निर्देश भी दिए गए।अतिरिक्त उपायुक्त सी. जयाश्रद्धा ने नगर निगम के अधिकारियों को शहर में नियमित फॉगिंग सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। अतिरिक्त उपायुक्त ने जिला शिक्षा अधिकारी को सभी विद्यालयों में छात्रों के बीच जन जागरूकता अभियान चलाने के निर्देश दिए। उन्होंने जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग को लीक पाइपलाइनों की मरम्मत करने, आयुष विभाग को आयुर्वेदिक व होम्योपैथिक उपायों के प्रचार के लिए सामुदायिक कार्यक्रम चलाने व परिवहन विभाग को बस डिपो पर जलभराव की रोकथाम करने व खाली पड़े टायरों में काला तेल डालने के निर्देश दिए।अतिरिक्त उपायुक्त सी. जयाश्रद्घा ने सभी नागरिकों से अपील की है कि वे अपने घरों और आस-पास पानी जमा न होने दें, सप्ताह में एक दिन ‘ड्राई डे’ के रूप में मनाकर स्वच्छता बनाए रखें। अतिरिक्त उपायुक्त ने कहा कि जिला प्रशासन डेंगू और मलेरिया पर नियंत्रण के लिए प्रतिबद्ध है। सिविल सर्जन डॉ. सपना गहलावत ने कहा कि डेंगू और मलेरिया की रोकथाम में जन सहभागिता सबसे महत्वपूर्ण है। सभी नागरिकों को अपने आसपास साफ-सफाई रखने और पानी जमा न होने देने के प्रयास करने चाहिए। घरों में मच्छरों के पनपने वाले स्थानों की पहचान करें और उन्हें तुरंत साफ करें। यदि डेंगू या मलेरिया के लक्षण दिखाई दें तो तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर संपर्क करें।उप सिविल सर्जन डॉ. सुभाष खतरेजा ने बताया कि जिले में अभी तक 5611 व्यक्तियों को घरों में लारवा मिलने पर नोटिस दिए गए हैं। जिले में 29 नवंबर तक डेंगू के 552 केस दर्ज हुए हैं जिनमें से 545 डेंगू केस स्टेबल डिस्चार्ज हो गए हैं। उन्होंने बताया कि जिले के सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर मलेरिया और डेंगू की मुफ्त जांच और इलाज की व्यवस्था की गई है। जागरूकता अभियान के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में भी विशेष शिविर आयोजित किए जाएंगे। स्वास्थ्य विभाग ने जिले में घर-घर जाकर जागरूकता फैलाने और लार्वा नष्ट करने के लिए विशेष टीमों का गठन किया है। सरकार के निर्देशानुसार मुफ्त जांच और दवा वितरण की व्यवस्था सभी सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों पर की गई है। बैठक में अतिरिक्त उपायुक्त सी. जयाश्रद्घा, सिविल सर्जन डाॅ. सपना गहलावत, उप सिविल सर्जन डॉ. सुभाष खतरेजा सहित संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।
हिन्दुस्थान समाचार / राजेश्वर