किसानों की समस्या को प्राथमिकता से दूर करने का मुख्यमंत्री ने दिए निर्देश

- राज्य स्तरीय ‘स्वागत’ में प्रस्तुत 131 शिकायतों के संदर्भ में संबंधित स्तर पर निवारण के लिए मार्गदर्शन-निर्देश दिए
गांधीनगर, 27 मार्च (हि.स.)। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने टेक्नोलॉजी के सुचारू उपयोग से जनता की समस्याओं और शिकायतों का निवारण करने वाले ‘स्वागत’ (स्टेट वाइड अटेंशन ऑन ग्रिवेंसेस बाई एप्लीकेशन ऑफ टेक्नोलॉजी) ऑनलाइन जनशिकायत निवारण कार्यक्रम के अंतर्गत गुरुवार को आयोजित मार्च-2025 के राज्य ‘स्वागत’ में उपस्थित रहकर जनता की विभिन्न समस्याओं को सुना।
मुख्यमंत्री ने संबंधित अधिकारियों को ‘स्वागत’ में किसानों द्वारा प्रस्तुत की जाने वाली और लंबे समय से लंबित समस्याओं का त्वरित और निश्चित समय सीमा में निवारण करने के स्पष्ट दिशा-निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि अब लोगों में जागरूकता बढ़ गई है, इसलिए व्यक्तिगत के साथ-साथ सार्वजनिक हित से संबंधित मुद्दे भी ‘स्वागत’ में प्रस्तुत किए जाने लगे हैं।
इस संदर्भ में उन्होंने संबंधित प्रशासनिक अधिकारियों को भी ऐसी समस्याओं के निवारण के लिए प्रो-एक्टिव दृष्टिकोण अपनाने के दिशा-निर्देश दिए। मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में हर महीने के चौथे गुरुवार को आयोजित होने वाले राज्य स्तरीय ‘स्वागत’ ऑनलाइन जनशिकायत निवारण कार्यक्रम के अंतर्गत नागरिकों और आवेदकों ने अपनी शिकायतें और समस्याएं गुरुवार सुबह 9.30 से 12.00 बजे के दौरान प्रस्तुत की थी।
मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने मार्च-2025 के चौथे गुरुवार को आयोजित इस राज्य ‘स्वागत’ में उपस्थित आवेदकों की समस्याएं ध्यानपूर्वक सुनकर उस संदर्भ में संबंधित जिला प्रशासन या विभाग द्वारा उन समस्याओं को लेकर की गई कार्रवाई की भी जानकारी मुख्यमंत्री के जनसंपर्क कक्ष की वीडियो वॉल के माध्यम से प्राप्त की। इस राज्य ‘स्वागत’ में कुल 131 शिकायतें प्राप्त हुई थीं, जिनका निराकरण करने के लिए संबंधित लोगों को निर्देश दिए गए। राज्य भर में जिला स्तर पर कलेक्टर की अध्यक्षता में जिला ‘स्वागत’ कार्यक्रम भी नियमित रूप से आयोजित होते हैं। जिसके अंतर्गत मार्च-2025 के ‘स्वागत’ में विभिन्न नागरिकों की कुल 1088 शिकायतों को व्यक्तिगत रूप से सुनकर उनके निराकरण के लिए कार्रवाई की गई।
इसके अलावा, 26 मार्च-2025 को राज्य भर में तहसील स्तर पर आयोजित तालुका ‘स्वागत’ कार्यक्रम में 1724 शिकायतों को व्यक्तिगत रूप से सुनकर उनके निराकरण के लिए कार्रवाई शुरू की गई।
इस राज्य स्तरीय ‘स्वागत’ कार्यक्रम में मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव मनोज कुमार दास, मुख्यमंत्री की सचिव अवंतिका सिंह और विशेष कार्य अधिकारी (ओएसडी) धीरज पारेख सहित संबंधित विभागों के वरिष्ठ सचिव और अधिकारी भी मौजूद रहे।
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हिन्दुस्थान समाचार / बिनोद पाण्डेय