सूरत के हीरा कारीगर 30 मार्च को करेंगे हड़ताल

- कारीगरों के लिए राहत पैकेज समेत विभिन्न मांगें शामिल
सूरत, 28 मार्च (हि.स.)। सूरत के हीरा उद्योग में मंदी के बीच हीरा कारीगरों ने आगामी 30 मार्च को हड़ताल की घोषणा की है। इसकी अगुवाई डायमंड वर्कर यूनियन नामक संगठन कर रहा है। हीरा उद्योग में काम करने वाले कर्मचारियों को इस हड़ताल में शामिल होने के लिए यूनियन पिछले कई दिनों से एड़ी चोटी का पसीना बहा रहा है। यूनियन की मांग है कि मंदी के माहौल में कारीगरों के लिए सरकार आर्थिक पैकेज की घोषणा करे।
सूरत के हीरा उद्योग में पिछले कुछ महीनों से नोटबंदी और कोरोना काल जैसे हालात पैदा हो गए हैं। हीरा उद्योग के कर्मचारी छंटनी से लेकर वेतन कटौती तक की मार झेल रहे हैं। ऐसे हालत में कर्मचारियों-हीरा कारीगरों के संगठन ने हड़ताल की घोषणा की है। 30 मार्च को हड़ताल के साथ सूरत के कतारगाम से लेकर कापोद्रा हीराबाग तक एकता रैली आयोजित की जाएगी।
इससे पूर्व डायमंड वर्कर यूनियन की ओर से 10 मार्च को सूरत के कलक्टर को ज्ञापन सौंपा गया था। जिसमें हीरा कारीगरों की समस्या से सरकार को अवगत कराया गया था। यूनियन के उप प्रमुख भावेश टांक ने कहा कि पिछले दो साल से हीरा उद्योग में मंदी का दौर जारी है। बड़ी संख्या में कर्मचारियों का रोजगार छिन गया है और वेतन में कटौती हो रही है। आर्थिक तंगी के कारण लोग जान गंवा रहे हैं। उन्होंने बताया कि संगठन की मांगों में हीरा कारीगर के लिए कल्याण बोर्ड बनाने, हीरा कारीगरों के लिए आर्थिक पैकेज घोषित करने, महंगाई को ध्यान में रखते हुए 30 फीसदी वेतन वृद्ध करने, हीरा उद्योग में श्रम कानून को लागू करने, व्यवसाय वेरा खत्म करने, आत्महत्या करने वाले परिवारों को आर्थिक सहायता देने, रत्नदीप योजना घोषित किया जाना शामिल है।
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हिन्दुस्थान समाचार / बिनोद पाण्डेय