ग्रेटर नोएडा में किसान के घर से गुम हुई गाय को नोएडा प्राधिकरण की गौशाला में बेच दिया गया. गौरतलब है कि इस तरह की शिकायतें पहले भी आती रही हैं. जानकारी के लिए बता दूं कि दुधारू गायों को प्राधिकरण के कर्मचारी कैटल कैचर में उठाकर गौशाला ले जाते हैं. बाद में कर्मचारी वहां से बेच देते हैं. कई स्वयंसेवी संस्थाओं ने इस मामले में कई बार प्राधिकरण के अधिकारियों को लिखित शिकायत भी की है. गायब होने से 15 दिन पहले हुआ था, गाय का प्रसव
विदित है कि यह मामला प्राधिकरण दफ्तर से सटे जैतपुर गांव का है. जैतपुर गांव के रहने वाले किसान पन्नालाल और उनकी पत्नी ओमवती ने बताया कि 23 जुलाई को उनकी गाय जिसका कलर ब्राउन और ब्लैक है. उसका 15 दिन पहले ही प्रसव हुआ था. दंपति ने आगे बताया कि यह गाय 12 लीटर दूध देती है. पन्नालाल ने बताया कि 23 जुलाई को गाय घर से खुलकर अचानक से बाहर चली गई थी. काफी देर खोजने के बाद जब गाय नजर नहीं आई तो उन्होंने आसपास तलाश किया और खोजते- खोजते जैतपुर गोल चक्कर पर पहुंचे. गाय का बच्चा भी हो गया है, बहुत कमजोर
पन्नालाल ने बताया कि जैतपुर गोल चक्कर पर लोगों ने बताया कि गाय को प्राधिकरण के कैटल कैचर वाले लोगों ने पकड़ कर ले गए हैं. जिसके बाद वह प्राधिकरण में पहुंचे अधिकारियों से मिले लेकिन वहां से कोई जवाब नहीं मिला. विदित है कि अब गाय का बच्चा भी बगैर दूध के तड़प रहा है. जाने, अधिकारियों का बयान
विदित है कि इस मामले में ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी के ACEO अमनदीप डूली से बात की गई तो उन्होंने प्राधिकरण के DGM कालूराम वर्मा से बात कराई कालूराम वर्मा का कहना है कि गौशाला में यदि गाय पहुंची है तो उसकी देखरेख गौशाला में प्राधिकरण अच्छे से करता है. यदि गाय खुद किसान के घर से गायब हुई है, तो इसमें प्राधिकरण की कोई जिम्मेदारी और जबाबदेही नहीं है.