WhatsApp के जरिए सगे मौसे से ही मांग ली, रंगदारी अब चढ़ा पुलिस के हत्थे

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गाजियाबाद के शहीद नगर के कारोबारी से रंगदारी मांगने वाले मुख्य आरोपी को पुलिस ने हिरासत में लिया है. उक्त आरोपी छेनू गैंग के नाम से शहीद नगर के कारोबारी से रंगदारी मांगने के जुर्म में गिरफ्तार हुआ हैं. गौरतलब है कि बीते मंगलवार साहिबाबाद कोतवाली पुलिस ने आरोपी को शहीद नगर मेट्रो स्टेशन के पास से हिरासत में लिया गया है. ध्यातव्य है कि आरोपी के पास से पुलिस ने दो मोबाइल, स्कूटी, तमंचा, कारतूस और खोखा बरामद किया है. विदित है कि आरोपी ने जिसके साथ यह किया वह कोई और नहीं बल्कि आरोपी का रिश्ते में उसका सगा मौसा है. ध्यातव्य है कि आरोपी घटना को अंजाम देने के लिए वर्चुअल नंबर तैयार किया और 15 लाख रुपये की रंगदारी मांगी. ध्यातव्य है कि पीड़ित कारोबारी को डराने के लिए आरोपी ने उसके घर पर फायरिंग भी की थी.

WhatsApp के जरिए मांगी गई थी, रंगदारी

पुलिस क्षेत्राधिकारी साहिबाबाद स्वतंत्र कुमार सिंह ने इस मामले की जानकारी देते हुए बताया कि शहीदनगर के कारोबारी जमील अहमद से बीते 16 से 19 सितंबर के बीच WhatsApp काल और वाइस मैसेज भेजकर पीड़िता से 15 लाख रुपये की रंगदारी मांगी गई थी. इसी दरमियान उनके घर पर रात में फायरिंग भी हुई थी. ध्यातव्य है कि पुलिस को इस मामले की सूचना मिलते ही रिपोर्ट दर्ज करके छानबीन शुरू की गई है. छानबीन के दरमियान पता चला कि उसके रिश्तेदार विजय मोहल्ला जाफराबाद नई दिल्ली के महसीन ने रंगदारी मांगी है. उसकी तलाश शुरू कर दी गई. ध्यातव्य है कि बीते मंगलवार को उसे दबोच लिया गया. विदित है कि पूछताछ में उसने वारदात को अंजाम देने की बात कबूल की.

आवाज बदलकर किया था, WhatsApp कॉल 

साहिबाबाद कोतवाली प्रभारी निरीक्षक प्रदीप कुमार त्रिपाठी ने मीडिया सूत्रों से बातचीत के दौरान बताया कि महसीन ने रंगदारी के लिए पीड़ित आरोपी को आवाज बदलकर भारी आवाज में वाइस मैसेज भेजे थे और फिर बेहद ही भारी आवाज में काल भी किया था. अपनी पहचान छिपाने के लिए खुद को छेनू गिरोह का फहीम ठाकुर बताया था. उसका छेनू गिरोह से संबंध है या नहीं पुलिस इसकी जांच की जा रही है. पुलिस उसके फरार साथी की तलाश की जा रही है.