अंबिकापुर : पुलिस आरक्षक के घर से एके-47 राइफल, 90 राउंड कारतूस और सोने-चांदी के जेवरात की चोरी मामले में मां-बेटा समेत तीन गिरफ्तार




अंबिकापुर/बलरामपुर, 5 अप्रैल (हि.स.)। सरगुजा जिले के अंबिकापुर में आरक्षक के घर से एके-47 राइफल, 90 राउंड जिंदा कारतूस और सोने-चांदी के जेवरात की चोरी मामले में पुलिस ने शनिवार शाम को खुलासा किया है। सरगुजा जिले के गांधीनगर पुलिस ने इस मामले में तीन आरोपितों को गिरफ्तार किया है। इनमें दो युवक और एक महिला शामिल है।
एसपी योगेश पटेल ने बताया कि एक अप्रैल और दो अप्रैल की दरमियानी रात अपराधियों ने आरक्षक के खाली पड़े घर से चोरी की सनसनीखेज वारदात को अंजाम दिया था। चोरों ने बलरामपुर जिला पंचायत सीईओ नयनतारा सिंह तोमर के गनमैन आरक्षक आशीष तिर्की के गांधीनगर स्थित घर से एके 47 राइफल, 90 जिंदा कारतूस, सोने-चांदी के जेवरात की चोरी कर फरार हो गए थे। जिसके बाद पूरी पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया था। गांधीनगर पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए तीनों आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। पूछताछ के बाद चोरों ने बताया कि उन्होंने रायफल और कारतूस को जमीन में गाड़ दिया था, जिसे पुलिस ने बरामद कर लिया है। पुलिस ने आरोपितों के कब्जे से एके-47 रायफल, 90 कारतूस, नशीले इंजेक्शन, और आभूषण बरामद किए हैं। पुलिस ने सागर चौहान, शांति चौहान (मां-बेटा) और प्रहलाद चौबे को गिरफ्तार किया है।
उन्हाेंने बताया कि सागर की मां शांति चौहान रेकी किया करती थी और इसके बाद दोनों मां बेटा सागर चौहान, शांति चौहान और प्रहलाद चौबे मिलकर चोरी की घटना को अंजाम दिया करते थे। ये तीनों नशे के आदी हैं और पहले भी चोरी की घटनाओं में शामिल रह चुके हैं। यह आदतन अपराधी लगातार आपराधिक गतिविधियों में सक्रिय हैं। पुलिस ने तीनों आरोपितों को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश कर दिया गया है।
एसपी योगेश पटेल ने बताया कि आरोपिताें से पूछताछ में चोरी की अन्य घटनाओं में शामिल होना आरोपिताें ने स्वीकार किया है। वे चोरी का सामान बेच देते थे। उनका इरादा एके-47 राइफल और कारतूसों को बेचने का था। पुलिस ने मामले में आर्म्स एक्ट की कार्रवाई भी की है। पुलिस ने शनिवार को आरोपिताें को कोर्ट में पेश कर दिया है।
हिन्दुस्थान समाचार / विष्णु पाण्डेय