स्टेट क्राइम ब्रांच की कार्रवाई : इनामी आरोपी सात साल बाद पहुंचा सलाखों के पीछे
जयपुर, 5 दिसंबर (हि.स.)। स्टेट क्राइम ब्रांच पुलिस मुख्यालय की टीम ने करीब सात साल से फरार चल रहे एक इनामी आरोपी को गिरफ्तार किया है। आरोपी राहुल गुर्जर निवासी कामां जिला डीग घातक हथियारों से जानलेवा हमला करने के एक गंभीर मामले में वांछित था। आरोपी की गिरफ्तारी पर दस हजार रुपये का इनाम घोषित है।
यह कार्रवाई अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक अपराध हवा सिंह घुमरिया के निर्देशन और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजेश मलिक के निकट सुपरविजन में की गई। टीम को सूचना मिली कि आरोपी राहुल गुर्जर, जो डीग के अडावली गाँव में फरारी काट रहा था। वह उत्तर प्रदेश के कोसी छाता क्षेत्र में आयोजित हो रहे गुर्जरों के मेले में शरीक होने के लिए बस से जा रहा है। इस सूचना पर टीम ने तत्काल कार्रवाई करते हुए कामां बस स्टैंड पर घेराबंदी की और आरोपी को डिटेन कर लिया। जिसे बाद में अग्रिम कार्रवाई के लिए थाना कामां पुलिस को सौंप दिया गया।
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक अपराध हवा सिंह घुमरिया ने बतया कि घातक हथियारों से हमला और लूट गिरफ्तार आरोपी राहुल गुर्जर 13 मार्च, 2019 को घटित अपराध में फरार चल रहा था। प्रार्थी रवि ने पुलिस को दी शिकायत में बताया था कि जब वह अपनी पत्नी अमीषा को 12वीं कक्षा का पेपर दिलाने कामां ले जा रहा था, तब राहुल और रामवीर ने उसकी पत्नी के साथ गंदे अपशब्दों का प्रयोग कर छेड़छाड़ की। दोपहर में लौटते समय विमलकुण्ड के पास इन दोनों और तीन अन्य बदमाशों ने जबरन उनकी मोटरसाइकिल रोक ली। रामवीर ने अमीषा का हाथ पकड़कर खींच लिया और दोनों ने मिलकर बुरा काम करने की कोशिश की। जब परिजन उन्हें छुड़ाने आए, तो सभी आरोपियों ने अपने परिवार के कई अन्य सदस्यों को बुला लिया।
आरोपियों के समूह ने अवैध घातक हथियारों से लैस होकर हमला कर दिया। मुख्य आरोपी देवीराम ने जान से मारने की नीयत से कट्टे से फायर किया, जिसमें प्रार्थी का भाई बाल-बाल बचा। इस हमले में प्रार्थी के कई परिजनों को गंभीर चोटें आईं। रिपोर्ट दर्ज कराने जाते समय सरकारी अस्पताल के सामने आरोपियों ने दोबारा घेर कर प्रार्थी के चाचा चनवा के सिर पर फरसे से वार किए, जिससे वे लहूलुहान हो गए। साथ ही, आरोपी मोटरसाइकिल, एक मोबाइल और लगभग 10-12 हजार रुपये लूटकर ले गए थे।
इस लंबी फरारी के बाद आरोपी की गिरफ्तारी पुलिस टीम की सक्रियता और तकनीक आधारित निगरानी का परिणाम है। उप निरीक्षक नरेंद्र सिंह के नेतृत्व में की गई इस कार्रवाई में उप निरीक्षक शैलेंद्र कुमार और एएसआई दुष्यंत सिंह की विशेष भूमिका और हेड कांस्टेबल शाहिद अली व कांस्टेबल बृजेश कुमार के साथ थाना कामां प्रभारी भरत सिंह, कांस्टेबल अमित एवं अजय का भी सराहनीय सहयोग रहा।
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हिन्दुस्थान समाचार / दिनेश

