सचिव का कारनामा, जीवित बुजुर्ग को घोषित किया मृत

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सचिव का कारनामा, जीवित बुजुर्ग को घोषित किया मृत


फतेहपुर, 05 अप्रैल (हि.स.)। जिले में ग्राम विकास अधिकारी के कारतूत से मृत घोषित हो चुका बुजुर्ग दो वर्ष से बंद हो चुकी वृद्धावस्था पेंशन की शिकायत के लिए अधिकारियों की चौखट में न्याय के लिए भटक रहा है। न्याय की आस छोड़कर पीड़ित बुजुर्ग ने सीएस पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराई थी। मामले की जांच के बाद सेक्रेटरी व बीडीओ को प्रथमदृष्टया दोषी पाये जाने पर शनिवार को मामले को संज्ञान में लेते हुए जिला विकास अधिकारी ने बीडीओ व सचिव से तीन दिन के अंदर स्पष्टीकरण देने का आदेश दिया है।

बहुआ विकासखंड के करसूमा मजरे लक्ष्मणपुर गांव निवासी वृद्ध बच्चू अभी जीवित है। सरकार की ओर से उन्हें वृद्धावस्था पेंशन मिलती थी। आरोप है कि जून 2022 में सत्यापन के दौरान गांव के बुजुर्ग बच्चू को अभिलेखों में ग्राम विकास अधिकारी और तत्कालीन खंड विकास अधिकारी मनमोहन सिंह ने मृत दिखाकर समाज कल्याण कार्यालय को रिपोर्ट भेज दी थी। इस गलत रिपोर्ट के चलते पिछले 2 साल से पीड़ित वृद्ध की पेंशन रोक दी गई है।

विगत 12 मार्च को बुजुर्ग ने सीएम पोर्टल पर ऑनलाइन शिकायत की थी। इस पर जिला विकास अधिकारी प्रमोद चंद्रौल ने जांच के आदेश दिए थे। जांच के दौरान गांव में जीवित बुजुर्ग को मृत दिखाए जाने पर बीडीओ मनमोहन सिंह दोषी पाए गए। वहीं, सचिव की भी लापरवाही सामने आई है।

जिला विकास अधिकारी प्रमोद सिंह चंन्द्रौल ने बताया कि दोषी पाए गए बीडीओ मनमोहन सिंह वर्तमान अमौली ब्लॉक में तैनात हैं। जिन्हें कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए सचिव से भी लापरवाही बरतने पर तीन दिन के भीतर नोटिस का जवाब मांगा गया है। स्पष्टीकरण न देने पर दोषी मानते हुए बीडीओ व सेक्रेटरी की सैलरी से पेंशन की भरपाई की जाएगी।

हिन्दुस्थान समाचार / देवेन्द्र कुमार