नौकरी का झांसा देकर पांच करोड़ से अधिक की ठगी के मामले में एक आरोपित गिरफ्तार

रायपुर, 21 मार्च (हि.स.)। अलग-अलग विभागों में नौकरी लगाने का झांसा देकर पांच करोड़ रुपये से अधिक रकम की ठगी करने के मामले में आज शुक्रवार को एक आरोपित को गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार आरोपित में दीपेश नवरंग निवासी ग्राम गोईंदा, थाना पथरिया, जिला मुंगेली। उक्त प्रकरण में अब तक कुल आठ आरोपितों को गिरफ्तार किया जा चुका है। आरोपितों द्वारा नौकरी लगाने का झांसा देकर 65 से अधिक बेरोजगारों को अपना शिकार बनाया है। आरोपित फर्जी सरकारी ईमेल आईडी बनाकर फर्जी नियुक्ति पत्र भेजते थे। आरोपितों के विरुद्ध थाना सिविल लाईन में अपराध पंजीबद्ध कर कार्रवाई की गई है।
सिविल लाईन पुलिस के अनुसार, 29 जनवरी 2025 को पीड़िता अंजना गहिरवार ने रिपोर्ट दर्ज करायी कि, माह फरवरी 2021 को यह अपने परिवार के साथ मौसा मौसी देवेन्द्र जोशी एवं झगीता जोशी के घर आई थी। जहां बातचीत के दौरान इसके द्वारा नौकरी करने की इच्छा जाहिर करने पर देवेन्द्र जोशी एवं उसकी पत्नी के द्वारा बड़े अधिकारी से जान पहचान बताकर पीड़िता एवं गजेन्द्र लहरे, कुणाल देव, भुनेश्वर सोनवानी तथा अन्य से 25-25 लाख रुपये लेकर नौकरी नहीं लगाकर धोखाधड़ी किये हैं। पीड़िता की रिपोर्ट पर थाना सिविल लाईन में अपराध दर्ज कर विवेचना में लिया गया।
प्रकरण में विवेचना दौरान पूर्व में आरोपितों में देवेन्द्र जोशी, झगीता जोशी, स्वप्निल दुबे, नफीज आलम, हलधर बेहरा, सोमेश दुबे एवं कपिल देशलहरे को गिरफ्तार कर अग्रिम कार्यवाही किया गया है। विवेचना दौरान आरोपितों द्वारा पूछताछ पर आरोपित दीपेश नवरंग एवं अन्य के साथ चैनल बनाकर शासकीय विभागों में नौकरी लगाने का झांसा देकर फर्जी दस्तावेजों के आधार पर लगभग 65 बेरोजगारों से अब तक 5 करोड़ रुपये से अधिक ठगी करना बताया गया था। जिस पर आरोपित दीपेश नवरंग की पतासाजी हेतु पुलिस टीम के सदस्यों द्वारा मुखबिर लगाने के साथ ही आरोपित के छिपने के हर संभावित स्थानों में आरोपित की पतासाजी की जा रही थी। इसी दौरान टीम के सदस्यों को आरोपितकी उपस्थिति के संबंध में महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त हुई, जिस पर प्रकरण में आरोपित दीपेश नवरंग को थाना पथरिया की मदद से पकड़कर पूछताछ करने पर आरोपित द्वारा अपने आप को उक्त कृत्य में टेक्निकल टीम का हिस्सा होना बताया। आरोपित ने पूछताछ में बताया कि, वह मंत्रालय में जब कैंडिडेट आते थे उनको उपर तक ले जाना, अन्य टीम से मिलाने देखरेख निगरानी का काम करने के साथ साथ फर्जी ईमेल आईडी बनाकर फर्जी नियुक्ति पत्र भेजने का काम करता था। आरोपित को गिरफ्तार कर अग्रिम कार्रवाई किया गया है। प्रकरण में दस्तावेज संकलन कर अन्य आरोपितों के संलिप्त होने के संबंध में बारीकी से विवेचना किया जा रहा है।
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हिन्दुस्थान समाचार / गायत्री प्रसाद धीवर