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पुलिस वाहन चलाने की बात से अनजान पिता काे मिली बेटे की माैत की खबर, गांव में छाया मातम  

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पुलिस वाहन चलाने की बात से अनजान पिता काे मिली बेटे की माैत की खबर, गांव में छाया मातम  


जगदलपुर, 7 जनवरी (हि.स.)। छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित जिला दंतेवाड़ा के कुटरू थाना क्षेत्र अंर्तगत बेदरे मार्ग पर ग्राम अम्बेली में नक्सलियाें द्वारा किए गये आईईडी धमाके में एक सिविलियन वाहन चालक तुलेश्वर राना (25) निवासी बस्तर जिले के बड़े आरापुर की भी मौत हो गई। इस घटना के बारे में परिजनों को पता ही नहीं था, देर शाम जब बीजापुर पुलिस ने परिजनों से संपर्क कर घटना की जानकारी दी। पिता को इस बात की भी जानकारी नहीं थी कि उनका बेटा पुलिस विभाग में वाहन चलाने का काम कर रहा था। तुलेश्वर के मौत की खबर लगते ही गांव में मातम छा गया। पिता को अब भी यकीन नहीं हो रहा है कि उसका सबसे छोटा बेटा अब इस दुनिया में नहीं है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार बस्तर जिले के कोड़ेनार थाना क्षेत्र के अंतर्गत बस्तर जिले के बड़े आरापुर निवासी कमल साय राना का सबसे छोटा पुत्र तुलेश्वर राना कुछ समय तक नगरनार स्थित एनएमडीसी में वाहन चलाने का काम करता था। अचानक से वहां से कुछ महीने पहले ही पुलिस लाइन में वाहन चलाने का काम करने लगा। वीआईपी दौरा या फिर जवानों को लाने ले जाने का काम तुलेश्वर के द्वारा किया जा रहा था। तुलेश्वर अपने दोस्तों के साथ जगदलपुर में ही एक किराए के मकान में रह रहा था। वह आखिरी बार 22 दिसंबर को अपना घर गया था, जहां अपने परिजनों से बात करने के बाद चला गया था। चार भाई-बहनों में तुलेश्वर को छोड़कर सभी भाई-बहन की शादी हो चुकी है। साेमवार सुबह भी तुलेश्वर की अपनी मां से बात हुई, उसके बाद उसने अपने सोशल मीडिया के अकाउंट के स्टेटस में अपनी एक फोटो भी शेयर की, लेकिन सोमवार की दोपहर को तुलेश्वर को बिल्कुल भी अहसास नहीं हुआ कि आज के बाद वह अपने घर नहीं जा पाएगा, नक्सलियों के द्वारा लगाए गए आईईडी की चपेट में आने से आठ डीआरजी जवान के साथ ही वाहन चालक तुलेश्वर राना ने भी अपनी जान गंवा दी। मृतक वाहन चालक तुलेश्वर राना का क्षत-विक्षत शव घटनास्थल से 200 मीटर दूर बरामद किया गया।

हिन्दुस्थान समाचार / राकेश पांडे