सुशासन तिहार : तीन चरणों में होगा आयोजन, कलेक्टर को निर्देश जारी

बलरामपुर, 5 अप्रैल (हि.स.)। प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के निर्देशन में राज्य में 'सुशासन तिहार' का आयोजन किया जाएगा। जो शासन की पारदर्शिता, जनकल्याणकारी योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन और जनता की समस्याओं के त्वरित समाधान को सुनिश्चित करेगा। बलरामपुर जिले में भी कलेक्टर राजेंद्र कटारा के मार्गदर्शन में सफलतापूर्वक आयोजन के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए गए है।
यह आयोजन प्रशासन और जनता के बीच सीधे संवाद का एक अहम मंच बनेगा, जिससे विकास कार्यों में गति और योजनाओं का लाभ समाज के हर वर्ग तक पहुंच सकेगा। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा है कि हमारी सरकार लगातार सुशासन की स्थापना की दिशा में काम कर रही है। इस तिहार (त्योहार) के माध्यम से सभी स्तरों पर जनता की समस्याओं का समाधान समयबद्ध तरीके से करते हुए शासन की योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जाएगा।
सुशासन तिहार का पहला चरण 08 से 11 अप्रैल तक होगा, जिसमें आम जनता से उनकी समस्याओं के आवेदन प्राप्त किए जाएंगे। यह आवेदन ग्राम पंचायतों और नगरीय निकायों में समाधान पेटी के माध्यम से प्राप्त होंगे। ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से भी आवेदन की व्यवस्था की जाएगी और आवेदनकर्ताओं को पावती दी जाएगी। दूसरे चरण में आवेदन प्राप्त होने के बाद, संबंधित अधिकारियों द्वारा इन्हें एक माह के भीतर समय सीमा में समाधान सुनिश्चित करना होगा। आवेदन के निराकरण की गुणवत्ता की समीक्षा राज्य और जिला स्तर पर की जाएगी।
समाधान शिविरों का आयोजन 05 मई से 31 मई तक क्लस्टर के रूप में किया जाएगा। इन शिविरों में आवेदकों को उनके आवेदनों की स्थिति के बारे में जानकारी दी जाएगी और जहां संभव होगा, वहीं समस्याओं का तत्काल समाधान किया जाएगा।
सांसद, विधायक व जनप्रतिनिधि होंगे शामिल
सुशासन तिहार में स्थानीय सांसदों, विधायकों और अन्य जनप्रतिनिधियों की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी। वे तिहार के प्रत्येक चरण में शामिल होंगे और जनता से सीधे संवाद करेंगे। मुख्यमंत्री और राज्य के अधिकारी प्रदेश में चल रहे विकास कार्यों का औचक निरीक्षण करेंगे, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि योजनाओं का क्रियान्वयन सह तरीके से हो रहा है और लोगों को उनका लाभ मिल रहा है।
तिहार को अधिक प्रभावी बनाने के लिए सूचना प्रौद्योगिकी का व्यापक उपयोग किया जाएगा। आवेदन प्रक्रिया, समाधान की निगरानी और जनता के साथ संवाद के लिए विशेष पोर्टल और मोबाइल ऐप्स का उपयोग किया जाएगा। कलेक्टर राजेंद्र कटारा ने सभी विभागों के जिला अधिकारियों से कहा है कि 'सुशासन तिहार' के आयोजन के लिए सभी आवश्यक तैयारियां शुरू की जाएं ताकि सरकार की मंशानुरूप यह महत्वपूर्ण कार्य हो सके।
हिन्दुस्थान समाचार / विष्णु पाण्डेय