पालक बनकर कन्या आश्रम पहुँचे कलेक्टर ने पहली ही मुलाकात में बच्चों का मन मोह लिया
कलेक्टर एस जयवर्धन ने अंबागढ़ चौकी विकासखंड के चिल्हाटी में स्थित शासकीय अनुसूचित जाति कन्या आश्रम का आधिकारिक सफर किया। वहां पहुंचकर, कलेक्टर ने बालिकाओं के साथ समय बिताया। उन्होंने नन्ही बालिकाओं को अपना प्यार और ध्यान दिया। कलेक्टर ने आश्रम में निवासरत बालिकाओं के चेहरों पर खुशी देखी। उन्होंने बच्चों को सर्दी की मौसम के लिए स्वेटर भी दिया। चॉकलेट और पेन भी उनके साथ साझा किए गए। कलेक्टर ने बालिकाओं के स्वास्थ्य पर ध्यान देने का आदान-प्रदान किया और आदिवासी विकास विभाग और आश्रम अधीक्षिका को समय-समय पर बच्चों को स्वास्थ्य प्रशिक्षण देने के लिए निर्देशित किया।
कलेक्टर ने बालिकाओं को रोचक बातें बताते हुए उनका उत्साहवर्धन किया। कलेक्टर ने अपने स्कुली जीवन की अनुभव साझा किया। कलेक्टर ने बालिकाओं को प्रेरित करते हुए कहा कि सदैव अनुशासित रहे, लगन के साथ पढ़ाई करें और अपने शिक्षकों, बड़े बुजुर्गों के ज्ञान का अनुसरण कर जीवन में आगे बढ़े। कलेक्टर की प्रेरितकारी बातों से बच्चे पहले ही मुलाकात में घुलमिल गये। पहले ही मुलाकात में बच्चों का मन मोह लिया। कलेक्टर ने पढ़ाई के साथ-साथ सांस्कृतिक कार्यक्रम, खेल गतिविधियां, विभिन्न ज्ञानवर्धन किताबों को पढ़ने की सीख दी। कलेक्टर ने कहा कि सभी बच्चे साफ सफाई पर विशेष ध्यान दें। उन्होंने कहा कि बचपन की सिख और समझ जीवन को पंख देती है। सपनों को साकार करने के लिए हौसलों की उड़ान भरना जरूरी है। कलेक्टर ने कहा कि आप इस उम्र में जो कुछ भी सीखेंगे वह आपकी जिंदगी को संवारने का काम करेगा। कलेक्टर ने कहा कि हमें हमेशा सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़ाना है। जीवन में कभी भी पीछे मुड़ कर नहीं देखना है। कभी-कभी जीवन में अनेकों कठिनाई और चुनौतियां आते रहती है। हमें हर चुनौतियों का डट कर सामना करना है। कलेक्टर ने बालिकाओं को प्रेरित करते हुए कहा कि हमें मेहनत करने से नहीं घबराना है। उन्होंने अपने स्कुली जीवन का अनुभव साझा करते हुए कहा कि सूझबूझ के साथ मन लगाकर पढ़ाई करना है। पढ़ाई ही हमें समाज में अपनी पहचान बनाने में मदद करेगा। उन्होंने बच्चों का मनोबल बढ़ाते हुए कहा कि कभी भी नहीं घबराना है। चुनौतियों को धैर्यपूर्वक सामना करना है। इस दौरान कलेक्टर ने आश्रम का निरिक्षण भी किया। उन्होंने आश्रम की बालिकाओं के सोने, खाने, पिने सहित अन्य व्यवस्था की जानकारी भी ली और पूरी सिद्द्त के साथ बालिकाओं का भविष्य सवारने के निर्देश आदिवासी विकास विभाग को दिए। इस दौरान सहायक आयुक्त आदिवासी विकास विभाग श्रीकांत दुबे, मंडल संयोजक दिलेश्वर वर्मा, शासकीय उच्चत्तर माध्यमिक विद्यालय चिल्हाटी के प्राचार्य धर्मेन्द्र सारस्वत उपस्थित थे।