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संतोषी द्वारा बताई गई कहानी: 'आयुष्मान कार्ड' ने बदली सास की जीवन-यात्रा

छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले के गौरव ग्राम कंडेल की निवासी संतोषी ने बताया है कि उनकी सास, देवकुंवर साहू, को ब्रेस्ट कैंसर का सामना करना पड़ा।
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रायपुर: छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले के गौरव ग्राम कंडेल की निवासी संतोषी ने बताया है कि उनकी सास, देवकुंवर साहू, को ब्रेस्ट कैंसर का सामना करना पड़ा। इस खबर के सुनते ही संतोषी बहुत ही घबरा गईं, क्योंकि ऐसी बड़ी बीमारी का इलाज कराना उनके लिए कठिनाईयों भरा चुनौती बन गया था।

संतोषी, जो मेहनत-मजदूरी करती थी और घर-परिवार का पालन-पोषण करने का जिम्मा था, ने बताया कि उन्हें इस मुश्किल समय में आयुष्मान भारत योजना का पता चला। इस योजना के अंतर्गत निःशुल्क इलाज का सुयोग मिला और उन्होंने तुरंत ही अपनी सास का इलाज शुरू करवाया।

आयुष्मान कार्ड के माध्यम से किया गया ईलाज ने सास को बचा लिया, और उन्हें पूरी तरह से स्वस्थ कर दिया। संतोषी ने बताया कि उनकी सास, देवकुंवर साहू, ने इस बड़ी बीमारी की जंग जीत ली हैं।

उल्लेखनीय है कि शासन द्वारा देश के गरीब एवं मध्यमवर्गीय परिवार को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा प्रदान करने के उद्देश्य से आयुष्मान भारत योजना संचालित की जा रही है। इस योजना से गरीब वर्ग के लोगांे को अब स्वास्थ्य खराब होने पर ईलाज की चिंता नहीं रही है। इस योजना का लाभ देश के करोड़ो लोग ले रहे और स्वस्थ्य हो रहे हैं। यह योजना गरीबों के लिए वरदान साबित हो रही है। विकसित भारत संकल्प यात्रा के तहत जिले के विभिन्न विकासखण्डों में प्रतिदिन संकल्प शिविर आयोजित किये जा रहे हैं। इन शिविरों में जहां जिला स्तरीय अधिकारियों द्वारा उपस्थित ग्रामीणों को विभागीय जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी देकर पात्र हितग्राहियों को लाभान्वित किया जा रहा है। वहीं योजनाओं से लाभान्वित हितग्राही भी अपनी कहानी सुनाने में पीछे नहीं हट रहे हैं। इस योजना के तहत पात्र बीपीएल परिवारों को 5 लाख रुपये तक एपीएल परिवारों को 50 हजार रूपये का स्वास्थ्य बीमा केंद्र सरकार मुहैया कराती है। परिवार को आयुष्मान गोल्डन कार्ड जारी किया जाता है। इस कार्ड को दिखाकर सूचीबद्ध अस्पतालों में फ्री इलाज कराया जा सकता है।