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साउंड संचालक बिना अनुमति नहीं बजा सकेंगे साउंड सिस्टम

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साउंड संचालक बिना अनुमति नहीं बजा सकेंगे साउंड सिस्टम


धमतरी, 8 अगस्त (हि.स.)। छत्‍तीसगढ़ में त्योहारी सीजन शुरू हो गया है। लोगों की आवाजाही शहर व गांवों में बढ़ने लगा है, ऐसे में पारंपरिक त्योहारों को शांतिपूर्ण एवं सौहार्दपूर्ण वातावरण में मनाने के लिए पुलिस अधिकारियों ने आम लोगों के साथ कई वर्गाें से चर्चा किया। बैठक में यातायात और ध्वनि नियंत्रण को लेकर स्पष्ट दिशा-निर्देश जारी किया है। सभी साउंड संचालकों को बिना अनुमति संचालन न करने, तय समय सीमा का पालन करने व उच्च ध्वनि स्तर से बचने के निर्देश दिए गए है।

जिलेभर के थाना व चौकियों में शुक्रवार को एएसपी,सीएसपी, एसडीएम, तहसीलदार एवं थाना प्रभारियों के द्वारा आयोजन समितियों, डीजे संचालकों और कोटवारों की बैठक लेकर कई दिशा निर्देश दिए हैं। पुलिस अधिकारियों ने बताया है कि जन्माष्टमी, गणेश चतुर्थी, रक्षाबंधन आदि पर्व को शांतिपूर्ण और सौहार्दपूर्ण ढंग से संपन्न कराने के उद्देश्य से जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रों में स्थानीय प्रशासन एवं पुलिस अधिकारियों द्वारा आयोजक समितियों और संबंधित पक्षों के साथ महत्वपूर्ण बैठकें आयोजित की गईं। इस कड़ी में शहर के सिटी कोतवाली में जनमाष्टमी पर दही लूट कार्यक्रम के आयोजकों एवं डीजे व धुमाल साउंड सिस्टम संचालकों के साथ एक संयुक्त बैठक सीएसपी अभिषेक चतुर्वेदी आईपीएस ने की। बैठक में डीएसपी मोनिका मरावी, तहसीलदार ख्याति कंवर, थाना प्रभारी कोतवाली राजेश मरई, नगर निगम धमतरी के प्रतिनिधि एवं आयोजन समिति के सदस्य तथा डीजे-धुमाल संचालक उपस्थित थे। बैठक में आयोजनों के लिए ध्वनि सीमा, समय-सीमा, ट्रैफिक व्यवस्था, अनुमति अनिवार्यता और शांति व्यवस्था बनाए रखने पर विस्तृत चर्चा की गई। सभी साउंड संचालकों को बिना अनुमति संचालन न करने, तय समय सीमा का पालन करने व उच्च ध्वनि स्तर से बचने के निर्देश दिए गए।

एएसपी ने ली हिंदू संगठनों के पदाधिकारियों की बैठक

हिंदू संगठनों के पदाधिकारियों के साथ एएसपी ने समन्वय बैठक की। एएसपी मणिशंकर चन्द्रा एवं एसडीएम पीयूष तिवारी द्वारा हिंदू संगठनों के पदाधिकारियों के साथ समन्वय बैठक आयोजित की गई। बैठक में कहा गया है कि धार्मिक आयोजनों में सौहार्द बनाए रखें। ध्वनि प्रदूषण नियंत्रण के लिए डीजे व धुमाल की समय सीमा का पालन। इंटरनेट मीडिया पर आपत्तिजनक पोस्ट से बचाव एवं निगरानी करें। आयोजनों के दौरान यातायात बाधित न हो, इसकी व्यवस्था। पंडालों की स्थापना विद्युत सुरक्षा मानकों के अनुरूप हो। किसी भी आपात स्थिति की त्वरित सूचना पुलिस को देने कहा गया है। इस तरह की बैठक थाना भखारा, मगरलोड और करेलीबड़ी चौकी में भी हुई।

हिन्दुस्थान समाचार / रोशन सिन्हा