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बोर्ड परीक्षाओं में शतप्रतिशत परीक्षा परिणाम लाने 'मिशन 95 प्लस' अभियान

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pravinya suchi

इस बार जिले में बोर्ड परीक्षाओं में शतप्रतिशत परीक्षा परिणाम लाने के उद्देश्य से कलेक्टर दीपक सोनी के मार्गदर्शन में, जिला शिक्षा अधिकारी श्रीमती मधुलिका तिवारी ने 'मिशन 95 प्लस' का एक विशेष अभियान आरंभ किया है। इस मिशन के तहत, शिक्षा सत्र की शुरुआत में 'मिशन 95 प्लस' के लिए सतत तैयारियां की जा रही हैं। इसके अंतर्गत, जिले भर से दर्जनों विषयवार विशेषज्ञ शिक्षकों की टीम बनाई गई है, और इस टीम के नेतृत्व का भी आदान-प्रदान किया गया है। इस टीम की देखरेख में 'मिशन 95 प्लस' का लक्ष्य प्राप्त करना है।

इस अभियान के तहत, गणित, अंग्रेजी, जीव विज्ञान, रसायन शास्त्र, कला, और कृषि जैसे विभिन्न विषयों के लिए विशेषज्ञ शिक्षकों की टीम ने कड़ी मेहनत की है। इस मेहनत का परिणाम साबित होता है, जिसे यूनिट टेस्टों में भी देखा जा रहा है। 

 होनेहार छात्रों को प्रावीण्य सूची लाने की पहल
बोर्ड परीक्षाओं में शतप्रतिशत रिजल्ट लाने के लक्ष्य के साथ ही जिले की होनहार छात्र छात्राओं को प्रदेश की प्रावीण्य सूची में लाने के लिये भी अभिनव पहल की गयी है। प्रावीण्य सूची में आने लायक छात्रों को अलग से चयनित कर अतिरिक्त कक्षायें संचालित की जा रही है।  जबकि इसके साथ ही पढाई में कमजोर विद्यार्थियों के लिये भी प्रथक से कक्षायें लगायी जा रही है।

छमाही में एक से प्रश्न
कई बार ऐसा देखा जाता है कि कतिपय स्कूलों में अगर कोर्स पूरा न हो सके तो छमाही की परीक्षाओं में जितना कोर्स शिक्षक से पूरा किया है। उसी में से प्रश्न पूंछ कर परीक्षा की खानापूर्ति कर ली जाती है।  जिससे शिक्षा के स्तर पर गलत असर पडता है। इस समस्या के निवारण के लिये बोर्ड की तर्ज पर पूरे जिले में एक जैसे प्रश्न बोर्ड द्वारा निर्धारित प्रति यूनिट अंकों के आधार पर बना कर पूरे जिले की कक्षा 9वी से लेकर 12वी तक की परीक्षायें बोर्ड की तर्ज पर करायी जा रही है। जिससे विद्यार्थियों की तैयारी बोर्ड के पैर्टन पर हो और शिक्षा की गुणवत्ता में धनात्मक बढोतरी हो।

ऐसे की गयी है अर्धवार्षिक परीक्षा की तैयारी
मिशन 95 प्लस की बैठक में सर्व सम्मति से अर्धवार्षिक परीक्षा के प्रश्न पत्र माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा निर्धारित सिलेबस के 80 प्रतिशत भाग को समाहित किया, अर्धवार्षिक परीक्षा के प्रश्नपत्र में प्रश्नों का चयन बोर्ड द्वारा निर्धारित ब्लूप्रिंट के आधार पर अंक विभाजन को ध्यान में रखते हुए किया गया है। प्रश्न पत्र का निर्माण जिले के विभिन्न विद्यालयों में कार्यरत विषय व्याख्याताओं के द्वारा किया गया है।

उड़नदस्ता गठित
इन अर्धवार्षिक परीक्षाओ के लिए जिला प्रशासन कोंडागांव द्वारा बोर्ड परीक्षा की तर्ज पर निगरानी के लिए जिले के वरिष्ठ 20 अधिकारियों की उड़नदस्ता टीम बनाई गई है। जो इन पूरी परिक्षाओं पर नजर रखेगी। उड़न दस्ता टीम में जनपदों के मुख्य कार्यपालन अधिकारी, तहसीलदार नायब तहसीलदार एवं वरिष्ठ प्राचार्यों को शामिल किया गया है।