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कलेक्टर डॉ गौरव सिंह द्वारा लगाए जा रहे जनचौपाल एक बार फिर दिखा

 आम नागरिकों की मांगों और समस्याओं का जल्द से जल्द निराकरण करने के लिए कलेक्टर डॉ गौरव सिंह द्वारा लगाए जा रहे जनचौपाल का असर एक बार फिर दिखा है।
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रायपुर । आम नागरिकों की मांगों और समस्याओं का जल्द से जल्द निराकरण करने के लिए कलेक्टर डॉ गौरव सिंह द्वारा लगाए जा रहे जनचौपाल का असर एक बार फिर दिखा है। जिले के ग्राम कचना निवासी दृष्टिबाधित छात्र परमेश्वर साहू की पढ़ाई के लिए लैपटॉप की मांग एक सप्ताह में ही पूरी हो गई। कलेक्टर डॉ गौरव सिंह के निर्देश पर उन्हें लैपटॉप मिल गया। अब परमेश्वर अपने कॉलेज की पढ़ाई और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी लैपटॉप की मदद से आसानी से कर सकेंगे।

परमेश्वर बी.ए. फर्स्ट सेमेस्टर के छात्र है और राजनांदगांव के दिग्विजय कॉलेज से अपनी पढ़ाई कर रहे हैं। सोमवार की सुबह परमेश्वर कॉलेज जाने की तैयारी कर रहे थे तभी उन्हें कलेक्टर ऑफिस से फोन आया कि जनचौपाल में दिया हुआ उनका आवेदन स्वीकार हो गया है और वह अपना लैपटॉप कलेक्ट्रेट से प्राप्त कर सकते हैं। जानकारी पाकर उन्हें बहुत खुशी हुई और अपने भाई के साथ कलेक्टोरेट परिसर पहुंचकर कलेक्टर डॉ सिंह के हाथों लैपटॉप प्राप्त किया। कलेक्टर डॉ सिंह ने उन्हें लैपटॉप का सदुपयोग कर पढ़ाई में अच्छा प्रदर्शन करने की सलाह दी और उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं भी दी।

नेत्रहीन परमेश्वर राजनांदगांव के दिग्विजय कॉलेज में बी.ए. फर्स्ट सेमेस्टर की पढ़ाई कर रहे हैं। इस दौरान पढ़ाई के लिए उन्हें अच्छे प्रोसेसर के उपकरण की आवश्यकता महसूस हुई पर घर की आर्थिक स्थिति अच्छी नही होने के कारण वह ऐसा लैपटॉप नही ले पा रहे थे जिसमें जिसमे दृष्टिबाधित छात्र आसानी से पढ़ाई कर सके। इसी बीच उन्हें समाचार और सोशल मीडिया के माध्यम से यह पता लगा कि रायपुर में हर सोमवार को कलेक्टर जनचौपाल का आयोजन होता है। इसमें आमजन कलेक्टर से मिलकर आवेदन के माध्यम से अपनी समस्याएं बता सकते हैं और त्वरित समाधान पा सकते हैं।

परमेश्वर पिछले सोमवार को आवेदन लेकर जनचौपाल में आए। उन्होंने कलेक्टर को बताया की वह दृष्टिबाधित है और इस वर्ष उन्होंने 12वीं की परीक्षा पास की है और अब कॉलेज में पढ़ाई कर रहे हैं। पढ़ाई हेतु उन्हें ज्यादा स्टोरेज और तेज प्रोसेसिंग वाले डिवाइस की आवश्यकता है और मोबाइल पर पढ़ाई में असुविधा होती है। घर की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं होने के कारण वह लैपटॉप लेने में असमर्थ है। उन्होंने कलेक्टर से दृष्टिबाधित छात्र की पढ़ाई के लिए अनुकूल अच्छी रैम वाले तेज प्रोसेस करने वाला लैपटॉप दिलाने का आग्रह किया। जिससे वह पढ़ाई में बेहतर प्रदर्शन कर अपना भविष्य बना सके।

परमेश्वर के मांग पर चर्चा करते हुए कलेक्टर डॉ सिंह ने पूछा कि वह लैपटॉप कैसे चला पाएंगे? परमेश्वर ने बताया कि एक विशेष  सॉफ्टवेयर के माध्यम से लैपटॉप में कमांड्स बोल कर दिए जा सकते हैं। बोल कर दिए गए कमाण्ड पर लैपटॉप का सॉफ्टवेयर उसे पहचान संबंधित विषय के लैक्चर पढ़ाना शुरू कर देता है। परमेश्वर ने बताया कि पहले वह मोबाइल के माध्यम से पढ़ाई कर लेते थे परंतु अब शिक्षण सामग्री की फाइल्स बड़ी होने के कारण मोबाइल में पढ़ाई सुविधाजनक नहीं हो पाती। कलेक्टर ने सहानुभूति पूर्वक उनकी बातों को सुनते हुए समाज कल्याण विभाग के अधिकारी को परमेश्वर को लैपटॉप दिलाने के लिए निर्देशित किया।

कलेक्टर के निर्देेश पर त्वरित कार्रवाई करते हुए समाज कल्याण विभाग ने जिला निराश्रित निधी के माध्यम से परमेश्वर के लिए लैपटॉप खरीदा। परमेश्वर कहते है कि लैपटॉप मिल जाने से उनके कॉलेज की पढ़ाई आसान हो जाएगी साथ ही प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने में भी मदद मिलेगी। इसके लिए वह कलेक्टर का बहुत बहुत धन्यवाद करते हैं।