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ट्रैफिक पुलिस के मौजूदगी में चारों दिशा में मनमर्जी से आवाजाही, हादसे का कारण बन रही

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ट्रैफिक

इस चौराहे पर हादसों के लिए संवेदनशील माहौल में, वाहन चालकों ने मनमानी बदस्तूर जारी रखी है। ट्रैफिक पुलिस के जवान मौके पर तैनात हैं, लेकिन सिग्नल सिस्टम का पालन न होने के कारण चौराहे पर वाहनों के बीच उलझाव देखा जा रहा है। फोरलेन सड़क के भिलाई-3 स्थित सिरसा चौक पर ट्रैफिक व्यवस्था भगवान भरोसे होकर है, जो कभी-कभी हादसों का कारण बन चुका है। हालांकि, इसके बावजूद वाहन चालकों और ट्रैफिक पुलिस के बीच जागरूकता और गंभीर प्रयास में कमी दिखाई दी जा रही है। 

इस चौराहे पर वैसे तो स्वचालित ट्रेफिक सिग्नल सिस्टम ठीक ठाक चल रहा है। लेकिन ज्यादातर वाहन चालकों के द्वारा सिग्नल सिस्टम का पालन नहीं किए जाने से छिटपुट हादसे प्राय: पेश आ रही है। सिग्नल सिस्टम के संकेत की अनदेखी कर मनमर्जी से हो रही वाहन चालकों की आवाजाही हादसे का कारण बन रही है। गौरतलब रहे कि सिरसा चौक से रायपुर और दुर्ग के अलावा ट्रांसपोर्ट नगर हथखोज सहित औद्योगिक क्षेत्र तथा रेलवे अण्डरब्रिज से होकर पाटन विकास खंड के सैकड़ों गांव के लिए आवाजाही होती है। इसके चलते सिरसा चौक पर हमेशा यातायात का दबाव बना रहता है। इस दबाव की वजह से स्थानीय छोटे वाहन चालकों को चौराहे से होकर गुजरना बेहद चुनौतीपूर्ण बना हुआ है। सिग्नल सिस्टम की धज्जियां उड़ाते गुजरने वाले भारी वाहनों की रोक टोक नहीं होने से बीच चौराहे पर वाहनों के उलझ जाने से दिन भर में अनेक बार ट्रेफिक व्यवस्था बदहाल हो जाती है।

यहां पर यह बताना भी लाजिमी होगा कि सिरसा चौक पर ट्रेफिक व्यवस्था अस्त व्यस्त रहने के लिए पूर्व में उत्तर वसुंधरा नगर छोर पर सर्विस लेन से लगी गुमटियों को जिम्मेदार माना गया था। देढ़ साल पहले नगर निगम ने आबंटिती व्यवसायियों को सड़क के विपरित दिशा में व्यवस्थापन का भरोसा देकर गुमटियों को हटवा दिया। लेकिन इसके बाद भी यहां की ट्रेफिक व्यवस्था सुगम नहीं हो सकी है। उलटे मौजूदा स्थिति को देखते हुए यह कहना गलत नहीं होगा कि गुमटियां हटने के बाद खुली जगह मिलने से वाहन चालकों की बेपरवाही पहले से बढ़ गई है। सर्विस लेन पर दिक्कत सबसे ज्यादा सिरसा चौक पर दोनों ओर से गुजरने वाली सर्विस लेन पर दिक्कत ज्यादा है। कायदे से सर्विस लेन पर छोटे चारपहिया और दुपहिया वाहनों को गुजरना चाहिए। लेकिन यहां पर भारी वाहनों का गुजरना आम है। ठीक चौक से पहले दोनों दिशा की मेन लेन को सर्विस लेन से जोड़ा गया है। रेड सिग्नल की स्थिति में मेन लेन से गुजरने वाले भारी वाहनों को थोड़ा इंतजार करना पड़ता है। यह इंतजार करना न पड़ेए इसलिए बस और भारी वाहनों को मेन लेन से सर्विस लेन पर उतार लिया जाता है। इसके बाद सर्विस लेन से ही रेड सिग्नल जम्प कर चौक पार करने के बाद वाहन चालक पुन: मेन लेन पकड़ लेते हैं। इससे ग्रीन सिग्नल में अपनी दिशा में गुजरने वाले वाहन चालकों के साथ हादसा होने का खतरा बना रहता है।