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53 हजार राशनकार्डधारी सदस्यों का ई-केवाईसी अब भी शेष

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53 हजार राशनकार्डधारी सदस्यों का ई-केवाईसी अब भी शेष


धमतरी, 14 दिसंबर (हि.स.)। जिले में सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत खाद्यान्न वितरण को पारदर्शी और सुचारु बनाने के उद्देश्य से राज्य शासन द्वारा एक राष्ट्र–एक राशनकार्ड योजना के अंतर्गत आधार प्रमाणीकरण के जरिए राशन वितरण किया जा रहा है। इसी क्रम में जिला खाद्य अधिकारी ने जिले के शेष राशनकार्डधारी सदस्यों से शीघ्र ई-केवाईसी कराने की अपील की है। जिला खाद्य विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार धमतरी जिले में वर्तमान में कुल 2 लाख 60 हजार 461 राशनकार्ड प्रचलित हैं। इनमें 2 लाख 35 हजार 489 बीपीएल एवं 24 हजार 972 एपीएल राशनकार्ड शामिल हैं। इन राशनकार्डों में 5 वर्ष से अधिक आयु के कुल 8 लाख 17 हजार 67 सदस्य दर्ज हैं। इनमें से अब तक 7 लाख 63 हजार 894 सदस्यों का ई-केवाईसी पूर्ण हो चुका है, जबकि 53 हजार 173 सदस्यों का ई-केवाईसी अब भी शेष है।

खाद्य विभाग ने स्पष्ट किया है कि जिले की सभी शासकीय उचित मूल्य दुकानों में संचालित ई-पॉस मशीनों के माध्यम से ई-केवाईसी की सुविधा उपलब्ध है। राशनकार्डधारी किसी भी कार्यदिवस में अपनी उचित मूल्य दुकान में उपस्थित होकर शेष सदस्यों का ई-केवाईसी आसानी से करा सकते हैं। विभाग ने चेतावनी दी है कि यदि समय रहते ई-केवाईसी नहीं कराई गई, तो आगामी महीनों में राशन प्राप्त करने में कठिनाई का सामना करना पड़ सकता है।

गौरतलब है कि राज्य शासन की खाद्य वितरण योजना के अंतर्गत जिले के हितग्राहियों को एपीएल, बीपीएल एवं अंत्योदय राशनकार्ड के माध्यम से प्रतिमाह रियायती दर पर चावल, शक्कर, मिट्टी तेल सहित अन्य आवश्यक सामग्री उपलब्ध कराई जाती है। यह वितरण सहकारी समितियों और शासकीय उचित मूल्य दुकानों के जरिए किया जाता है। खाद्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि ई-केवाईसी से फर्जी और अपात्र नामों की पहचान, लाभार्थियों का सही सत्यापन तथा राशन वितरण प्रणाली में पारदर्शिता सुनिश्चित होगी। विभाग ने सभी राशनकार्डधारियों से अपील की है कि वे अपने परिवार के शेष सदस्यों का ई-केवाईसी शीघ्र पूर्ण कराकर शासन की योजनाओं का निर्बाध लाभ उठाएं।

हिन्दुस्थान समाचार / रोशन सिन्हा