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वास भूमि न मिलने से कटाव पीड़ित दर-दर भटकने को मजबूर,प्रशासन मौन

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वास भूमि न मिलने से कटाव पीड़ित दर-दर भटकने को मजबूर,प्रशासन मौन


बेतिया, 11 दिसंबर (हि.स.)।

पश्चिम चंपारण जिला स्थित गंडक नदी के बाढ़ और कटाव से विस्थापित नौतन अंचल क्षेत्र के गरीब और भूमिहीन परिवार आज भी अपने हक की वास भूमि से वंचित हैं। वर्षों से लगातार आवेदन देने के बावजूद अंचल प्रशासन द्वारा भूमि उपलब्ध नहीं कराए जाने से पीड़ित परिवारों में गहरी नाराज़गी है।

गुरुवार को लोक संघर्ष समिति के संगठनकर्ता एवं जेपी सेनानी पंकज, बन्हु सहनी, बुचून मांझी, देवदत्त राम, बालेश्वर राम और श्रीमति देवी सहित अन्य पीड़ित अंचल कार्यालय पहुंचे और सीओ अलका कुमारी से मिलने का प्रयास किया, लेकिन उनके कार्यालय छोड़ जाने के कारण मुलाकात नहीं हो सकी।

विवश पीड़ितों ने अंचल कार्यालय की कर्मी सबिता कुजूर को आवेदन सौंपा और लौट गए। जेपी सेनानी पंकज ने बताया कि भगवानपुर पंचायत के वार्ड संख्या चार के बाढ़–कटाव पीड़ित वास–भूमिहीन परिवारों को अब तक भूमि का बंदोबस्त नहीं हुआ है। वहीं नौतन–मंगलपुर मार्ग के चौड़ीकरण से विस्थापित बारह परिवार आज भी पुनर्वास की प्रतीक्षा में हैं। इसके अलावा लीलापट्टी बजरंगी बाजार के तेरह मुसहर परिवारों को 2010 में आवंटित वास भूमि पर अभी तक दखल नहीं दिलाया गया। बार-बार आवेदन देने के बावजूद कोई ठोस कार्रवाई न होने से पीड़ित परिवार हताश हैं और प्रशासन से जल्द न्याय की उम्मीद कर रहे हैं।

हिन्दुस्थान समाचार / अमानुल हक