कृषि यंत्र निर्माताओं एवं प्रगतिशील किसानों के साथ एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ
नालंदा, 11 दिसंबर (हि.स.)। जिले के नालंदा उद्यान महाविद्यालय नूरसराय अवस्थित सभागार में गुरुवार को कृषि यंत्र निर्माण एवं कृषि औद्योगीकरण को बढ़ावा देने की उद्देश्य से कृषि यंत्र निर्माताओं एवं प्रगतिशील किसानों के साथ एक दिवसीय प्रशिक्षण -सह- परिचर्चा कार्यक्रम का शुभारंभ डीएम ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया।
इस विशेष कार्यशाला में उपस्थित जिला कृषि पदाधिकारी के पूरी टीम को बधाइयां दी गई, साथ ही कृषि यंत्रीकरण से जुड़े सभी किसानों और निर्माताओं की उपस्थिति के लिए भी बधाइयां दी गई । उन्होंने कहा कि जिले भर के युवाओं के लिए रोजगार का अवसर तलाशना मुख्य उद्देश्य है प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री के द्वारा बेरोजगारों को रोजगार दिलाना मुख्य उद्देश्य है ।
उन्होंने कहा कि हम बड़ी सोच के साथ अपने सपनों को साकार कर सकते हैं ,अपनी हुनर को परखें और आगे बढ़े ।नूरसराय में विभिन्न इंजीनियरिंग वर्कर्स का निरीक्षण के क्रम में उन्होंने निर्माताओं द्वारा निर्मित कृषि यंत्रों एवं अन्य यंत्रों को उन्होंने स्वयं देखा।उन्होंने कहा कि वर्ल्ड क्लासेस प्रोडक्शन तैयार करने के लिए गुणवत्तापूर्ण निर्माण करें, तभी हम मार्केटिंग की स्पर्धा में आगे बढ़ सकते हैं। इस मौके पर डीएम ने कहा कि छोटी बड़ी चीजें जो हम बाहर के राज्यों से मांगा रहे हैं, उसे हम स्थानीय स्तर पर ही निर्माण कर हम आत्मनिर्भर बन सकते हैं ।
उन्होंने कहा कि हमें आत्मनिर्भर नालंदा बनाना है ।साथ ही नालंदा जिले में क्लस्टर बनाकर अत्यधिक टेक्नोलॉजी ,टेस्टिंग ,ब्रांडिंग , डिजाइनिंग, प्रिंटिंग को बढ़ावा देना है , ताकि गुणवत्तापूर्ण यंत्रों का निर्माण कर बेहतर मार्केटिंग किया जा सके , स्थानीय स्तर पर गुणवत्तापूर्ण वस्तुओं का निर्माण कर राज्य एवं राष्ट्रीय स्तर पर मार्केटिंग किया जा सके ।वर्तमान में नालंदा के कृषि यंत्र निर्माताओं द्वारा नालंदा जिला के अतिरिक्त पड़ोसी जिलों यथा नवादा, पटना, जहानाबाद, शेखपुरा के साथ साथ कुछ निर्माताओं द्वारा झारखंड, बंगाल, नेपाल, एनसीआर एवं छत्तीसगढ़ भी यंत्र भेजे जाते हैं। डीएम ने कहा कि नूरसराय में ट्री शिफ्टिंग जैसे बड़े मशीन का निर्माण किया जा रहा है।वर्तमान में जिले में रोटावेटर,कल्टीवेटर थ्रेशर , कोनोविडर मार्कर ,राईस मिल कम-पोलवराईजर ,मेज सेलर ,पैडी थ्रेशर , ट्री स्वीफटींग मशीन ,हाईड्रोलिक टेलर,चाराकल ,स्ट्रा रिपर आदि कृषि यंत्र का निर्माण किया जा रहा है।
जिले भर के कृषि यंत्र निर्माताओं ने जिलाधिकारी के समक्ष अपनी समस्याओं को रखा, जिसमें मुख्यतःसस्ती और निर्बाध बिजली इंडस्ट्रियल एरिया के लिए जमीनदेश-विदेश के अच्छे/बड़े कृषि मेलाओं का भ्रमण इंडस्ट्रियल एक्सपोजर विज़िट यंत्र अनुदान राशि का बढ़ाना लोन में रियायतलीज़ पर जमीन लोन स्वीकृत होने की प्रक्रिया आसान हो।
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हिन्दुस्थान समाचार / प्रमोद पांडे

