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पूर्सीरे ने सर्दी के लिए किये एहतियाती उपाय

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पूर्सीरे ने सर्दी के लिए किये एहतियाती उपाय


गुवाहाटी, 22 नवंबर (हि.स.)। सर्दियों के मौसम और कोहरे के दौरान सुरक्षित और कुशल ट्रेन परिचालन सुनिश्चित करने की दिशा में पूर्वोत्तर सीमा रेलवे (पूसीरे) सक्रिय कदम उठा रहा है। सर्दियों के महीनों के दौरान आने वाली चुनौतियों का सामना करने के लिए इस जोन द्वारा कई उपाय लागू किए गए हैं, जिनमें रेलपथों की दृश्यता और संरक्षा, ओएचई (ओवरहेड उपकरण), टीआरएस (ट्रैक्शन रोलिंग स्टॉक) आदि जैसे महत्वपूर्ण मानदंड शामिल हैं।

पूसीरे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी कपिंजल किशोर शर्मा ने आज बताया है कि कम तापमान के दौरान रेल और वेल्ड विफलताओं को रोकने के लिए पूसीरे द्वारा आवश्यकतानुसार एलडब्ल्यूआर/सीडब्ल्यूआर (लांग वेल्डेड रेल्स/कंटीन्यूअस वेल्डेड रेल्स) पर डि-स्ट्रेसिंग करने के साथ-साथ रेल ज्वाइंट की पूरी जांच और लूब्रिकेशन किया जा रहा है। आवश्यक आपूर्ति के लिए आरएफ/डब्ल्यूएफ प्रोण (रेल विफलता/वेल्ड विफलता) स्थलों की पहचान की गई है। रेल स्थितियों की सटीक निगरानी सुनिश्चित करने के दिशा-निर्देशों के अनुसार शीतकालीन मौसम की गश्त को जीपीएस-सक्षम निगरानी के साथ सुदृढ़ किया गया है। सर्दियों के मौसम के दौरान अद्वितीय चुनौतियों का सामना करने के लिए रेल तापमान की बारीकी से निगरानी और रिकॉर्ड की जा रही है।

कोहरे की समस्या से निपटने के लिए पूसीरे ने वास्तविक समय पर नेविगेशन के साथ ट्रेन चालकों की सहायता के लिए उन्नत फॉग पास (फॉग पायलट असिस्टेंस सिस्टम) उपकरण लगाए गए हैं, जिससे दृश्यता कम होने के बावजूद सुरक्षित और समय पर ट्रेन परिचालन को सक्षम बनाया जा सके। उन्नत तकनीकों का उपयोग करके त्रुटियों का जल्द पता लगाने और जोखिमों को प्रभावी ढंग से कम करने के लिए ट्रेन की छतों, अंडर-गियर घटकों, इंजनों और रोलिंग स्टॉकों का संरक्षा निरीक्षण सख्ती से किया जा रहा है।

ट्रैक निगरानी और अनुरक्षण को प्राथमिकता देते हुए संभावित खतरों की पहचान के लिए अल्ट्रासोनिक फ्लॉ डिटेक्शन और आधुनिक तकनीकों का उपयोग किया गया है। इस प्रकार, निर्बाध संचार और परिचालनिक विश्वसनीयता सुनिश्चित करने के लिए सिग्नलिंग सिस्टम को अपग्रेड किया जा रहा है। अप्रत्याशित परिस्थितियों के दौरान तत्परता बढ़ाने के लिए फ्रंटलाइन कर्मचारियों के लिए विशेष प्रशिक्षण और नियमित मॉक ड्रिल के साथ आपातकालीन तैयारियों को भी सुदृढ़ किया गया है।

पूसीरे ने रेलवे बोर्ड के निर्देशों का पालन सुनिश्चित करते हुए इन उपायों के साथ-साथ अन्य उपायों की प्रगति को ट्रैक करने के लिए एक मजबूत फीडबैक तंत्र लागू किया है। कड़े संरक्षा प्रोटोकॉल के साथ उन्नत तकनीक के संयोजन से, पूसीरे चुनौतीपूर्ण सर्दियों और कोहरे के मौसम में संरक्षा, दक्षता और यात्री सेवा के उच्च मानकों को बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है।

हिन्दुस्थान समाचार / श्रीप्रकाश