मंत्री सिंघल ने 'मिशन बाढ़ मुक्त गुवाहाटी' की बैठक में लिया हिस्सा
- बैठक में डिब्रूगढ़ शहर में रुके हुए पानी की निकासी के लिए प्रस्तावित सीवरेज खुदाई पर भी की चर्चा
- सिंघल ने अलग-अलग बैठकों में की सिंचाई विभाग और आवास एवं शहरी मामलों के विभागों के काम की समीक्षा
गुवाहाटी, 30 नवंबर (हि.स.)। आवास एवं शहरी मामलों के मंत्री अशोक सिंघल की अध्यक्षता में और मुख्य सचिव रवि कोटा की मौजूदगी में शनिवार को राजधानी के लोकसेवा भवन में मिशन बाढ़ मुक्त गुवाहाटी की एक महत्वपूर्ण बैठक हुई। बैठक में अगले मानसून सीजन से पहले बाढ़ मुक्त गुवाहाटी मिशन के तहत विभिन्न विभागों द्वारा किए जाने वाले कार्यों पर विस्तार से चर्चा की गई। बैठक में डिब्रूगढ़ शहर में कृत्रिम बाढ़ की समस्या के समाधान के लिए प्रस्तावित जल निकासी मास्टरप्लान पर भी चर्चा की गई।
मंत्री ने हाल ही में कामरूप (महानगर) जिले के आयुक्त की अध्यक्षता में एक विशेष समिति का गठन किया था, जो गुवाहाटी शहर में कृत्रिम बाढ़ मुक्ति के संबंध में कुछ नागरिकों द्वारा विभिन्न समय पर सरकार को प्रस्तुत किए गए बहुमूल्य सुझावों का विश्लेषण करेगी। समिति को 15 दिनों की अवधि के भीतर नागरिकों से 275 सुझाव प्राप्त हुए। जिला आयुक्त सुमित सत्तावन ने बैठक में क्रियान्वयन योग्य और प्रभावी सिफारिशों की जानकारी दी। बैठक में गुवाहाटी शहर के रुक्मिणीगांव, जुरीपार, वायरलेस-बशिष्ठपुर और हातीगांव जैसे कृत्रिम बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों से पानी निकालने के तकनीकी तरीकों पर भी चर्चा हुई। मंत्री सिंघल के निर्देश पर शहरी और ग्रामीण नियोजन निदेशालय के अधिकारियों ने शहर में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों की सड़कों, नालियों और ढलानों के लेआउट का विश्लेषण करने के लिए उपग्रह प्रौद्योगिकी का उपयोग करके इसी बीच एक सर्वेक्षण पूरा कर लिया है। इसे प्रस्तुत किया गया।
सभी उपलब्ध आंकड़ों और रिपोर्टों का विश्लेषण करने के बाद, मंत्री सिंघल ने अभियान के भागीदारों को बाढ़ मुक्त गुवाहाटी मिशन के तहत अल्पकालिक और दीर्घकालिक दोनों कार्य योजनाएं तैयार करने का निर्देश दिया। उन्होंने अगले मानसून से पहले अगले तीन से चार महीनों के भीतर लागू किए जाने वाले कई अल्पकालिक उपाय करने का निर्देश दिया। उन्होंने भरलू-बाहिनी-लखीमीजान और शहर के सभी सीवरों के कीचड़ निपटान के लिए जिम्मेदार विभागों को निर्धारित समय के भीतर काम पूरा करने का निर्देश दिया।
उन्होंने सीवरों से एकत्र कचरे को स्थानांतरित करने और इसे सड़कों पर न फेंकने के लिए तत्काल उपाय करने का भी निर्देश दिया। उन्होंने लोक निर्माण विभाग को तकनीकी अध्ययन के परिणामों के अनुसार जुरीपार क्षेत्र में सीवरेज के निर्माण और हातीगांव क्षेत्र में सीवरेज स्तर में सुधार के लिए तत्काल कदम उठाने का निर्देश दिया। उन्होंने रुक्मिणीगांव-बशिष्ठपुर वृहत्तर क्षेत्र में स्थिर पानी की निकासी के लिए उचित वैज्ञानिक उपायों के संबंध में भी आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने निर्माण विभाग, शहरी और ग्रामीण नियोजन निदेशालय, गुवाहाटी नगर निगम और गुवाहाटी महानगर विकास प्राधिकरण के अधिकारियों को बशिष्ठ चरिआली में निधि भवन के पास सीवरेज लेआउट में सुधार के लिए उठाए जाने वाले कदमों पर विस्तृत अध्ययन करने के लिए कहा। उन्होंने संयुक्त रूप से क्षेत्र अध्ययन की सिफारिश की।
बैठक में पिछले मानसून के मौसम में डिब्रूगढ़ शहर में कृत्रिम बाढ़ की अप्रत्याशित स्थिति की भी समीक्षा की गई और शहर में स्थिर पानी की निकासी के लिए शहरी और ग्रामीण नियोजन निदेशालय द्वारा अनुशंसित प्रस्तावित जल निकासी पर भी चर्चा की गई। बैठक में मुरलीधर जालान बस स्टैंड से सेसा नदी तक और मोहनबाड़ी हवाई अड्डे के पास से सेसा नदी तक मंत्री सिंघल ने इस संबंध में अधिकारियों को कुछ महत्वपूर्ण निर्देश दिए।
बैठक में गुवाहाटी महानगर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष नारायण डेका, राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव ज्ञानेंद्रन देब त्रिपाठी, आवास एवं शहरी मामलों की आयुक्त-सचिव कविता पद्मनाभन, सचिव पवित्रराम खाउंड, लोक निर्माण (सड़क) आयुक्त एवं विशेष सचिव चंदन शर्मा, गुवाहाटी नगर निगम की आयुक्त मेघनिधि दहल, गुवाहाटी महानगर विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अनबामुथन एमपी और कामरूप (महानगर) जिला आयुक्त सुमित सत्तावन उपस्थित रहे।
इसके बाद सिंघल ने जनता भवन स्थित अपने कार्यालय के बैठक कक्ष में सिंचाई विभाग, आवास एवं शहरी मामलों के विभाग द्वारा क्रियान्वित विभिन्न परियोजनाओं जैसे गुवाहाटी नगर निगम, गुवाहाटी महानगर विकास प्राधिकरण, स्वच्छ भारत मिशन (शहरी) और मिशन अमृत के कार्यों की समीक्षा की। बैठक में सिंचाई विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव सैयद अब्बासी, आवास एवं शहरी मामलों की आयुक्त-सचिव कविता पद्मनाभन, दोनों विभागों के सचिव पवित्रराम खाउंड और संबंधित विभागों के शीर्ष अधिकारी उपस्थित रहे।
हिन्दुस्थान समाचार / श्रीप्रकाश